वाह जी वाह ! जींस पहनकर स्कूल आई छात्रा प्राचार्य ने दनादन बरसाई छड़ी, अब सफाई में कही यह बातें

वाह जी वाह ! जींस पहनकर स्कूल आई छात्रा प्राचार्य ने दनादन बरसाई छड़ी, अब सफाई में कही यह बातें

VAISHALI : बिहार अक्सर अपने कीसी न किसी कारनामों को लेकर सुर्ख़ियों में बना रहता है। यहां ये स्कूलों में कभी लड़के - लड़कियों को साथ बैठने और बात करने पर रोक   लगा दी जाती है तो कभी कुछ और नया आदेश जारी कर दिया जाता है। ऐसे में अब एक ताजा मामला वैशाली से निकल कर सामने आया है। जहां जींस पैंट पहनकर एग्जाम देने आने पर एक और लेट आने पर दो छात्राओं की प्राचार्य ने पिटाई की है।


दरअसल, वैशाली जिले में इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिख रहा है कि सरकारी स्कूल का बड़ा सा मैदान है। इस मैदान में तीन छात्राओं पर धौंस जमाते हुए एक व्यक्ति छड़ी से पिटाई कर रहा है। यह  वायरल वीडियो वैशाली के महुआ वैशाली विद्यालय का है। जो शख्स छात्राओं की पिटाई कर रहा है वह विद्यालय का प्रधानाचार्य है। 


बताया जा रहा है कि, महुआ वैशाली विद्यालय आजादी से पहले का है। इस विद्यालय में 42 सौ ज्यादा छात्र छात्राएं पढ़ते हैं।  यहां नवमी, दसवीं, 11वीं और 12वीं की पढ़ाई होती है। यहां स्कूल में मासिक एग्जाम चल रहा है। जिन तीन छात्राओं की पिटाई की जा रही है उनमें से दो छात्राएं लेट आई थी जबकि एक अन्य छात्रा ने स्कूल के ड्रेस कोड का पालन नहीं कर जींस पैंट पहन रखा था। इस स्कूल के प्रभारी प्राचार्य का नाम डॉ रामबालक राय है। 


वहीं,इस वायरल वीडियो में लोग प्राचार्य के छात्राओं के साथ पिटाई के तरीके पर भी आपत्ति जता रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि अगर सजा ही देनी थी तो हथेली पर मारना चाहिए था। जब इस विषय में फोन लाइन पर विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर रामबालक राय से बात की गयी तो उन्होंने स्वीकार किया कि वीडियो में दिखने वाले शख्स वह खुद हैं। उन्होंने इस विषय में सफाई देते हुए कहा कि - "बच्चियों की पिटाई नहीं की है, बल्कि डिसिप्लिन में वह रहें इसके लिए हल्के से छड़ी से मारा है। एक बच्ची ने ड्रेस कोड का पालन नहीं किया था। वह जींस पैंट में थी और दो बच्चियां एग्जाम में आधे घंटे लेट से आई थी। 


उधर, डॉक्टर रामबालक राय ने यह भी कहा है कि यह वीडियो एक शिक्षक के द्वारा खींचकर उन्हें बदनाम करने के लिए वायरल किया गया है। उनका इरादा बच्चियों की पिटाई करना नहीं था बल्कि उन्हें डिसिप्लिन में लाना था। क्योंकि वह बार-बार स्कूल में कहते हैं की ड्रेस कोड बहुत जरूरी है और समय पर स्कूल आना है। आपको बताते चलें कि ,नियम अनुसार बच्चों पर या बच्चियों पर हाथ उठाना उनकी पिटाई करना वर्जित है और जिस तरीके से प्राचार्य बच्चियों के ऊपर छड़ी चल रहे हैं उसको देखकर और भी कई तरह की बातें सामने आ रही है।