तेजस्वी के खिलाफ आवाज उठाकर बुरे फंसे मनीष कश्यप, अब कोर्ट जाने पर भी पाबंदी; जारी हुआ ये फरमान

तेजस्वी के खिलाफ आवाज उठाकर बुरे फंसे मनीष कश्यप, अब कोर्ट जाने पर भी पाबंदी; जारी हुआ ये फरमान

PATNA : बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप द्वारा पटना सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान किए गए  भाषणबाजी मामले में पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस-प्रशासन ने मनीष कश्यप को अब पेशी के दौरान अदालत में ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई है। अब उनके आगे की कोई भी सुनवाई जेल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया जाएगा। मनीष अभी बेऊर जेल में बंद है। 


दरअसल, पटना सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान मनीष कश्यप का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ। इसमें उसने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। मनीष ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी पर भी अपनी भड़ास निकाली। मनीष कश्यप ने कहा कि- वह चारा चोर का बेटा नहीं है। वे फौजी के बेटे हैं, वो किसी से डरेंगे नहीं। उन्होंने जेल में जमकर नशेबाजी होने का भी दावा किया था। हालांकि, फर्स्ट बिहार इसकी पुष्टि नहीं करता है।


वहीं, इस वीडयो के वायरल होने के बाद पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने बेऊर जेल के अधीक्षक को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने जेल प्रशासन से कहा है कि जब तक मनीष कश्यप को कोर्ट में सशरीर पेश करने की जरूरत न हो, तब तक उसकी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही पेशी की जाए। उसे पेशी के लिए कोर्ट न ले जाया जाए। 


उधर, पेशी के दौरान किसी भी आरोपी को सार्वजनिक बयानबाजी या बाहरी व्यक्ति से बातचीत करने की अनुमति नहीं होती है। ऐसे में मनीष कश्यप के भाषण का वीडियो वायरल होने के बाद उसे पेशी पर ले जाने वाले पुलिसकर्मियों पर गाज गिर गई। पटना एसएसपी ने ड्यूटी पर तैनात एएसआई और तीन सिपाहियों को काम में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया।