संतोष सुमन के इस्तीफे पर बोले आरसीपी, कहा- अपना अस्तित्व बचाने के लिए ऐसा किया

संतोष सुमन के इस्तीफे पर बोले आरसीपी, कहा- अपना अस्तित्व बचाने के लिए ऐसा किया

NALANDA: पूर्व केंद्रीय मंत्री सह भाजपा नेता आरसीपी सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर  निशाना साधा। कहा कि नीतीश कुमार सुशासन की बात करते हैं लेकिन उनके ही सरकार में बिना रिश्वत लिये किसी दफ्तर में काम नहीं होता है। उन्होंने संतोष कुमार सुमन के इस्तीफे पर कहा कि धीरे-धीरे सब लोग जदयू से किनारा कर रहे हैं। क्योंकि अब इस गठबंधन में कुछ बचा ही नहीं है सिर्फ वही लोग बचे हैं जिनके खिलाफ चुनाव लड़कर जनता से वोट लिए थे। 


उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुल धराशाही हुआ है इससे साफ पता लगता है कि कितना भ्रष्टाचार का बोल बाला बिहार में है। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता की बात की जा रही है जिसमें मांझी जी की पार्टी को दरकिनार किया गया था जिसके कारण आज संतोष कुमार सुमन ने मंत्री पद से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया है। उनका इस्तीफा भी मंजूर कर लिया गया है। आरसीपी ने कहा कि संतोष सुमन के पास और कोई विकल्प नहीं था और उनके पार्टी को विलय करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा था। 


यही कारण है कि अपना अस्तित्व बचाने के लिए संतोष कुमार सुमन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इस दौरान आरसीपी ने एक कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि लोमड़ी को अंगूर नहीं मिल पाया तो कह दिया अंगूर खट्टा है। नीतीश कुमार कौन सी चैरिटी कर रहे हैं। बिहार में इतनी समस्या है लेकिन इस पर उनका कोई ध्यान नहीं है सिर्फ विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने में लगे हैं। पांच साल में कृषि रोड मैप पर बैठक करेंगे और उसके बाद सब कुछ भूल कर बैठ जाएंगे। 


आरसीपी ने कहा कि जनता की ध्यान समस्याओं से भटकाने का काम नीतीश कुमार करते हैं। हैं। मांझी जी की पार्टी को विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए निमंत्रण तक नहीं दिया गया। 2020 के बाद नीतीश जी ने कई पार्टियों का मर्जर किया। इस खतरे का एहसास संतोष जी को हुआ कि मेरा कोई अस्तित्व ही नहीं बचेगा। यही कारण है कि उन्हें बड़ा फैसला लेना पड़ गया। नीतीश बाबू के साथ जितने लोग जुड़ते है उनको धीरे-धीरे वो खत्म कर देते हैं। महागठबंधन आज मजबूत स्थिति में नहीं है। सत्ता में बने रहने के लिए लोग लगे हैं लेकिन कब कौन किसकों धोखा दे दे कोई नहीं जानता।