Bihar News: PVT. क्लिनिक में DNC के दौरान मरीज की मौत, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, गुस्साएं परिजनों ने किया जमकर हंगामा

Bihar News: PVT. क्लिनिक में DNC के दौरान मरीज की मौत, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप, गुस्साएं परिजनों ने किया जमकर हंगामा

BETTIAH: नरकटियागंज के एक निजी क्लिनिक में DNC के दौरान महिला मरीज की मौत हो गयी। जिसके बाद गुस्साएं परिजनों ने  नरकटियागंज के रवि रंजन क्लिनिक में जमकर हंगामा मचाया। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया और पुलिस से कार्रवाई की मांग की। 


घटना नगर के हाई स्कूल चौक स्थित रवि रंजन क्लिनिक का है। मृत महिला की पहचान थाना क्षेत्र के सिसवा बहुअरवा गांव निवासी कनोज पासवान की पत्नी ज्ञानती देवी के रूप में हुई है। सूचना पर पहुंची शिकारपुर पुलीस ने आक्रोशित परिजनों को शांत कराया और शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गई।


 घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि ज्ञानती देवी गर्भवती थी सुबह घर पर 6 बजे के करीब डिलीवरी के दौरान एक बच्ची को जन्म दिया जिसके बाद अधिक रक्तस्राव होने लगा। घबराकर परिजन आनन-फानन में 11 बजे के करीब रवि रंजन क्लिनिक लेकर पहुंचे जहां डॉ देवनाथ रंजन ने महिला की जांच की डॉक्टर द्वारा बताया गया कि घबड़ाने की बात नहीं है। मरीज का डीएनसी करना पड़ेगा। 


उसके बाद रक्तस्राव बंद हो जाएगा। फिर डीएनसी करने के लिए 4 हजार रुपए की मांग की गई। परिजनों ने 3 हजार रुपए देने की गुहार लगाई फिर मोलजोल करने के बाद अस्पताल कर्मियों ने परिजनों से 38 सौ रुपया जमा कराया। उसके बाद महिला का डीएनसी किया गया। डीएनसी करने के बाद डॉक्टर ने ब्लड का प्रबंध किये जाने की बात परिजनों को कही। 


परिजन ब्लड का इंतजाम कर क्लिनिक पहुंचे तो डॉक्टर ने बताया कि मरीज की हार्टअटैक से मौत हो गई। उसके बाद सभी अस्पताल कर्मी क्लिनिक छोड़ फरार हो गए।परिजनों ने बताया कि डॉ भी अस्पताल छोड़कर फरार होने वाले थे लेकिन उन लोगों ने डॉक्टर को चैम्बर में घेरे रखा।  


महिला की मौत के बाद कपड़े में लपेटे मासूम बच्ची को हाथ में लिए परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। उनका कहना था कि इस नन्ही सी मासूम बच्ची का आखिर क्या कसूर था जो कि डॉ ने चंद रुपए के मोलजोल में लेट से इलाज कर उसकी मां को मौत के घाट उतार दिया मासूम बच्ची से उसकी मां की ममता को छीन लिया।


घटना के बाद घंटों हाई फ्रोफाइल ड्रामा चला दलालों द्वारा परिजनों से मैनेज का खेल शुरू हुआ और इसमें उनलोगों ने सफलता भी हासिल कर ली। बताया जाता है कि पौने तीन लाख रुपए में सौदा तय हुआ। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस कंप्लेन करने और शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया और शव लेकर घर चले गए।


बेतिया से संतोष कुमार की रिपोर्ट