VAISHALI: बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यश्र सम्राट चौधरी ने लालू-नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा था कि आज नीतीश कुमार सजायाफ्ता लालू के साथ हाथ में हाथ डालकर घूम रहे हैं और उनका गुणगान कर रहे हैं लेकिन शायद वह दिन भूल गए जब लालू ने अपने से गुंडों से पिटवाया था। सम्राट चौधरी के इस बयान को लेकर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पलटवार किया है। उमेश कुशवाहा ने सम्राट चौधरी को कांके जाकर इलाज कराने की बात कह दी। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी का मानसिक स्थिति खराब हो गया है। वह पूरे तरीके से क्रेक हो गये हैं। कुछ भी बोलने से पहले सम्राट चौधरी को कांके में जाकर अपना इलाज करवाना चाहिए।
JDU प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने यह बातें वैशाली के जंदाहा प्रखंड क्षेत्र के बसंतपुर में कही। जहां वे मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे थे जिसकी मौत सिक्किम में बादल फटने से हो गई थी। जिनके शोकाकुल पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और बिहार सरकार से मिलने वाली सुविधाओं को मुहैया कराने की बात कही। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पूरी तरह क्रेक हो गये हैं। उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। इसलिए उन्हें कांके में जाकर अपना इलाज कराना चाहिए।
दरअसल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पुरानी दुश्मनी वाली बात याद दिलाते हुए कहा था कि शायद नीतीश कुमार भूल गए हैं कि लालू प्रसाद यादव ने कितना कुटवाया था। गरौल में लालू यादव ने गुंडा भेजकर नीतीश कुमार को पिटवाने का काम किया था।
सम्राट ने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 18 साल से बिहार के मुख्यमंत्री हैं लेकिन जनता ने तय कर लिया है कि उन्हें उखाड़ कर फेंक देना है। राहुल से मिल जाइए या लालू से, जनता बीजेपी के नेतृत्व में आपको उखाड़ फेंकने का संकल्प ले चुकी है। सम्राट ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री लालू के साथ मिल गए हैं लेकिन उन्हें याद है या नहीं कि किस तरह से लालू ने अपने गुंडों से गरौल में कुटवाया था?
उन्होंने कहा कि लवकुश समाजने के नीतीश कुमार को प्रतिष्ठा देकर बिहार का मुख्यमंत्री बनाया और नीतीश कुमार को गद्दी तक पहुंचाया लेकिन ये किसी के नहीं हुए। नीतीश कुमार हुए भी तो केवल लालू प्रसाद के बेटे के हुए और लालू के बेटे को उत्तराधिकारी माना, बिहार की जनता इसका हिसाब करेगी। नीतीश और लालू प्रसाद बिहार में जातीय उन्माद फैलाकर बैकवर्ड और फॉरवर्ड जाति के लोगों के बीच लड़ाई करवाना चाहते थे।
सम्राट ने कहा कि लालू यादव राजनीति के कैंसर हैं उनको उखाड़ फेंकाकर बीजेपी फेंक देगी, यह बात सुनकर नीतीश कुमार को लग रहा है कि बैकवर्ड और फॉरवर्ड की लड़ाई नहीं हो सकेगी। नीतीश कुमार अच्छी तरह से जान लें उनकी जो मंशा है वह कभी पूरा नहीं होने वाला है। बिहार की जनता सबकुछ देख रही है और समय आने पर जवाब जरूर देगी।
वही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सम्राट चौधरी का नाम सुनकर भड़क गए और उनके पिता शकुनी चौधरी का नाम लेकर खूब सुनाया। नीतीश के बयान पर सम्राट चौधरी ने पलटवार किया और कहा कि जब उनके पिता राजनीति करते थे उस वक्त नीतीश कुमार हाफ पैंट पहनकर घूमा करते थे, उनकी हैसियत नहीं है कि वे शकुनी चौधरी को सम्मान दिला सकें। अब जेडीयू कोटे के मंत्री श्रवण कुमार ने सम्राट चौधरी को नसीहत दे दी है।
सम्राट चौधरी पर हमला बोलते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सम्राट चौधरी को नोटिस कौन ले रहा है। सम्राट चौधरी को मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए नाप तोलकर बोलना चाहिए। जो मर्जी आता है वह बोलते रहते हैं। वह प्रदेश अध्यक्ष हैं सोंच समझकर ही कोई बात बोलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति में यह सब चलता रहता है और बीजेपी को अपनी चिंता करनी चाहिए। 2024 में बिहार में उनको एक भी सीट मिलने वाला नहीं है। बीजेपी के जुमलाबा नेताओं का सफाया होना तय है।
वहीं जातिगत गणना के आंकड़ों को लेकर बीजेपी के आरोप पर मंत्री ने कहा कि जो लोग खुद फर्जीवाड़ा करते हैं वह इस तरह का आरोप लगाते हैं। जनगणना बिल्कुल सही हुआ है और पूरे पारदर्शी तरीके से हुआ है। जातीय गणना के आधार पर सरकार जो योजना बनाएगी, वह सामने आएगा तो विरोध करना छोड़ देंगे। वहीं अमित शाह के बिहार दौरे पर उन्होंने कहा कि सिर्फ जुमलाबाजी करने के लिए आ रहे हैं। बीजेपी के छोटे से बड़े नेता सभी जुमलाबाजी के लिए प्रसिद्ध हैं।