PATNA : पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के जेडीयू से इस्तीफा देने के बाद से आरसीपी गुट ने सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आरसीपी कैंप के वरिष्ठ नेता और शिक्षाविद डॉ. कन्हैया सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि धोखे से अर्जित किया हुआ जनादेश कभी स्थाई नहीं होता और वह सर्वदा अस्थाई होता है। कुर्सी की खातिर नीतीश कुमार ने समय समय पर जनादेश को अपमानित करने का काम किया है।
कन्हैया सिंह ने कहा है कि बिहार की जनता ने 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी, जेडीयू, हम और वीआईपी को साथ लेकर बनी एनडीए को अपना जनादेश दिया था लेकिन कुर्सी के खातिर राज्य के मुखिया ने समय-समय पर जनादेश का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें उस दिन को याद करना चाहिए जब 2013 में जनादेश का अपमान हुआ था, तो बिहार की जनता 2014 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू को 40 में से महज 2 सीटें दी थी। उसके बाद जेडीयू ने सत्ता के लिए अपने एजेंडा व नीति को भूलाकर आरजेडी के साथ गठबंधन किया और 2015 का विधानसभा चुनाव लड़ा। बिहार की जनता ने 2015 में महागठबंधन को सरकार चलाने का जनादेश दिया, लेकिन उस समय भी क्षणिक के लाभ के लिए मुख्यमंत्री राजद को छोड़ एनडीए के साथ चले गए। उस समय उन्होंने कहा था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस नीति है जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सकते।
आज बिहार की जनता पूछ रही है कि जिस तेजस्वी यादव के ऊपर लगे भ्रष्टाचार को लेकर 2017 में नीतीश कुमार सरकार से अलग हुए थे क्या वह भ्रष्टाचार समाप्त हो गया है, तेजस्वी यादव को क्या कोर्ट ने बरी कर दिया है। कन्हैया सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कुर्सी सुरक्षित रखने के लिए किसी से भी हाथ मिला सकते हैं चाहे जनता का जनादेश कुछ भी हो। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता सत्ता में हो रहे हेराफेरी को देख रही है और आगामी चुनाव में इसका जवाब देगी। आरसीपी सिंह हर समय बिहार की जनता के फैसले का सम्मान करते हैं और वे बिहार में एक जन भावना का सम्मान करनेवाली सरकार चाहते हैं।