RANCHI: केंद्र में मंत्री बनने के बाद चिराग पासवान के बदले सुर अभी बीजेपी को और परेशान करने वाले हैं. चिराग पासवान ने आज देश में जातीय जनगणना कराने की मांग कर दी. रांची में अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी लोजपा (रामविलास) देश में जातीय जनगणना की समर्थक है.
रांची में मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी जातीय जनगणना के पक्ष में है और इसका समर्थन करती है. चिराग कहा कि मेरी पार्टी ने हमेशा अपना रुख साफ रखा है कि वह जातीय जनगणना के पक्ष में है. हम चाहते हैं कि जाति जनगणना हो. इसका कारण यह है कि कई बार राज्य सरकार और केंद्र सरकार ऐसी योजनाएं बनाती है, जो जाति को ध्यान में रखकर उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की सोच वाली होती है. ऐसे में सरकार के पास कम से कम उस जाति की जनसंख्या की जानकारी तो होनी ही चाहिए. चिराग पासवान ने कहा कि जातिगत आंकड़े कम से कम सरकार के पास होने चाहिए.
राहुल गांधी के समर्थन में चिराग
बता दें कि इससे पहले लैटरल एंट्री से लेकर एससी-एसटी आरक्षण में कोटे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चिराग पासवान ने बीजेपी से अलग स्टैंड लिया था. अब जातीय जनगणना के मामले पर भी एनडीए से अलग राय दिख रही है. चिराग पासवान इंडिया अलायंस की पार्टियों कांग्रेस और सपा की जातीय जनगणना की मांग के साथ खड़े दिख रहे हैं. राहुल गांधी लगातार जातीय जनगणना की बात कह रहे हैं और चिराग पासवान उनके समर्थन में आ गये हैं.
चिराग पासवान को लेकर बीजेपी के भीतर चर्चायें हो रही हैं. न सिर्फ एससी-एसटी के मामलों को लेकर बल्कि वक्फ बोर्ड कानून को लेकर भी चिराग पासवान और उनकी पार्टी ने बीजेपी को मुश्किल में डाला है. बीजेपी नेता समझ रहे हैं कि चिराग पासवान प्रेशर पॉलिटिक्स खेल रहे हैं. देखना होगा कि बीजेपी इसका जवाब कैसे देती है.