DESK: जासूसी के आरोप में कतर की कोर्ट से फांसी का सजा पाए भारत के 8 पूर्व नौसैनिकों को बड़ी राहत मिली है। भारत सरकार की अपील पर कतर की कोर्ट ने सभी 8 पूर्व सैनिकों की फांसी की सजा पर रोक लगा दी है। भारत सरकार ने फैसले के खिलाफ कतर की कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। भारत सरकार की अपील पर सुनवाई करते हुए कतर की कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया।
दरअसल, इंडियन नेवी के सभी 8 पूर्व सैनिककतर में स्थित अल दहारा कंपनी में काम करते हैं औरसाल 2022 के अक्टूबर महीने से वहां की जेल में कैद थे। कतर ने नौसना के सभी 8 पूर्व जवानों पर आरोप लगाया था कि वे सबमरीन प्रोग्राम को लेकर जासूसी कर रहे थे और भारत उनको काउंसलर एक्सेस के जरिए रिहा कराने की कोशिश कर रहा था।
कतर की कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए बीते 26 अक्टूबर को सभी पूर्व नौसैनिकों को फांसी की सजा सुनाई थी। कतर की कोर्ट के इस फैसले पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने हैरानी जताई थी और वहां की कोर्ट में अपील दायर की थी। भारत सरकार की अपील पर सुनवाई करते हुए कतर की कोर्ट ने सभी 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों की सजा पर रोक लगा दी है।
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि मामले को लेकर कतर में स्थित कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था। सुनवाई के दौरान अदालत ने सजा कम कर दी है। विदेश मंत्रालय ने कहा, ''विस्तृत आदेश की कॉपी का इंतजार है। हमारी कानूनी टीम आठों भारतीयों के परिवारों के अगले कदम को लेकर संपर्क में हैं। सुनवाई के दौरान एंबेसडर और अधिकारी कोर्ट में मौजूद रहे।.''