ब्रेकिंग न्यूज़

तमिलनाडु से बिहार आ रहा दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग, महाबलीपुरम में 10 साल से हो रहा था निर्माण, इतने रूपये लगे बनाने में Bihar News: बिहार में अब ऐसे शिक्षकों का काटा जाएगा वेतन, इस जिले से शिक्षा विभाग का एक्शन शुरू बेतिया में ITBP जवान ने खुद को गोली मारी, मौके पर ही मौत, घटना का कारण पता लगाने में जुटी पुलिस रोहतास में 9 फीट का मिला अजगर, देखने के लिए उमड़ी भारी भीड़, स्नेक कैचर ने किया रेस्क्यू Bihar News: बिहार के इस जिले में SSP का ताबड़तोड़ एक्शन, 24 घंटे में 40 अपराधी गिरफ्तार Bihar Assembly Election 2025 : बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) को सम्मानित करेगी BJP, जानिए क्या है पार्टी का पूरा प्लान BSSC CGL-4 : BSSC CGL-4 और ऑफिस अटेंडेंट भर्ती 2025 में वैकेंसी बढ़ी, अब आवेदन की अंतिम तिथि 24 नवंबर Lalganj Sarai accident : लालगंज–सराय मार्ग पर बाइक टक्कर, एक युवक की मौत, दो गंभीर रूप से घायल Domestic Gas Cost : अब सिलेंडर भराने की टेंशन खत्म, दिसंबर से घर-घर पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) सप्लाई शुरू Bihar News: VVCP छात्रवृत्ति परीक्षा में इतने छात्रों की भागीदारी, करियर काउंसलिंग कार्यक्रम हुआ सफल

पूर्णिया में बाढ़ ने दी दस्तक, कई घरों में घुसा पानी

1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Sat, 15 Jul 2023 07:35:19 PM IST

पूर्णिया में बाढ़ ने दी दस्तक, कई घरों में घुसा पानी

- फ़ोटो

PUNREA: पूर्णिया के तटीय इलाकों में हर बार की तरह इस बार भी बाढ़ ने दस्तक दी है। नदियों के जलस्तर बढ़ने से कनकई और महानंदा नदियों में उफान देखने को मिल रहा है। अब यह पानी गांवों में प्रवेश कर चुका है। नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण बायसी के कई पंचायतों में बाढ़ की स्थिति नजर आ रही है। 


बायसी अनुमंडल अंतर्गत बायसी प्रखंड में कई पंचायतों में बाढ़ का पानी कोहराम मचा रहा है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। बाढ़ को लेकर लोग काफी परेशान हैं। ग्रामीणों ने बताया कि भारी बारिश से बायसी के सभी पंचायत में शैलाब अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। स्थिति ऐसी हो गयी है कि लोग अपने घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। बच्चों को चौकी के ऊपर चौकी लगाकर रख रहे हैं। दो दिनों से खाना तक नहीं बना पाए हैं। लोगों को अब बाढ़ का डर सताने लगा है। 


अभी तक सरकारी स्तर से किसी तरह की सहायता मुहैया नहीं कराई गई है। वहीं पंचायत के मुखिया से लेकर प्रतिनिधि तक गहरी नींद में सो रहे हैं। जब जनप्रतिनिधि लापरवाह बना रहे तो ऐसे में बाढ़ पीड़ितों को सरकारी राहत कहां से मिलेगा। खेतों में धान की फ़सल भी गल गयी है। मवेशियों का चारा भी बह गया है। लोग अपने घर को छोड़कर ऊंचे स्थानों पर जाने लगे हैं।