VAISHALI: वैशाली जिले में 17 साल की एक लड़की ने पुरानी गंडक पूल से गंडक नदी में छलांग लगा दी। इसी दौरान एसडीआरएफ की टीम की नजर उस लड़की पर पड़ी, जिसके बाद जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर नदी में घुसकर लड़की को सुरक्षित बाहर निकाला। नदी से बाहर निकाले जाने के बाद लड़की ने अपनी जिंदगी की हकीकत बताई, जिससे यह पता चलता है कि वह अपनी जिंदगी से हार चुकी है।
दरअसल, लड़की पारिवारिक कलह और विवाद को लेकर इतनी परेशान हो गई है कि अब उसे जीने की इच्छा नहीं रही। उसने बताया कि पापा ने दूसरी शादी कर ली तो मामा के घर रहने चली आई, लेकिन मामा भी मुझे लगतार प्रताड़ित कर रहे हैं। अब मैं और जीना नहीं चाहती। दिमाग में कई ख्याल लिए उसने हाजीपुर नगर के पुराने गंडक पुल से छलांग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। इसी दौरान गंडक नदी के क्लब घाट पर तैनात एसडीआरएफ की टीम ने नदी से लड़की को बाहर निकाल लिया।
बता दें कि वह समस्तीपुर जिले की रहने वाली है। उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली, जिसके बाद वह हाजीपुर के रामभद्र स्थित अपने मामा के घर आ गई। लड़की का दुर्भाग्य ऐसा था कि मामा के घर भी उसे लाड़ प्यार नहीं मिल पाया। बल्कि यहां उसे और ज्यादा प्रताड़ित किया जाता था। लगातार उसके साथ मारपीट की जाती थी। अंत में वह अपनी जिंदगी से इतनी थक गई कि उसने सूइसाइड करने की सोच ली और नदी में छलांग लगा दी। एसडीआरएफ की टीम ने लड़की को पुलिस को सौंप दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। SDRF की टीम में कमांडर अवधेश सिंह, एसआई उपेंद्र प्रसाद यादव, सिपाही सुशील पासवान,मनोज कुमार ,अभिषेक कुमार,शंभू कुमार, सुबोध कुमार, महेश कुमार समेत के जवान शामिल थे, जिन्होंने अपने जान की बाजी लगाकर लड़की को बचा लिया।