PATNA CRIME: हथियार लहराना पड़ गया भारी, एजी कॉलोनी में पिस्टल के साथ युवक गिरफ्तार, जेडीयू MLC के साथ फोटो आई सामने बोधगया में दहेज के लिए बारातियों ने मचाया उत्पात: जमकर चले बर्तन और कुर्सी, दुल्हन पक्ष ने तोड़ दी शादी Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: लगातार दूसरे दिन राजस्व कार्यों की डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की समीक्षा, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश गोपालगंज में सरकारी पोखर की जमीन पर वर्षों से था कब्जा, नोटिस देने के बावजूद नहीं हट रहे थे लोग, प्रशासन ने चला दिया बुलडोजर IAS राज कुमार ने संभाला परिवहन सचिव का पदभार, पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में दिव्यांग बच्चों के लिए खुलेंगे स्पेशल स्कूल, कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव; नीतीश सरकार का बड़ा प्लान Bihar News: बिहार में दिव्यांग बच्चों के लिए खुलेंगे स्पेशल स्कूल, कैबिनेट में जल्द आएगा प्रस्ताव; नीतीश सरकार का बड़ा प्लान Bihar News: शादी के मंडप से सीधे परीक्षा केंद्र पहुंची नई नवेली दुल्हन, LLB का एग्जाम देकर पति के साथ रवाना हुई ससुराल Bihar News: शादी के मंडप से सीधे परीक्षा केंद्र पहुंची नई नवेली दुल्हन, LLB का एग्जाम देकर पति के साथ रवाना हुई ससुराल
1st Bihar Published by: Ganesh Samrat Updated Thu, 14 Nov 2019 11:32:24 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : लंबे समय से बीमार चल रहे देश-दुनिया में गणित के फॉर्मूले का लोहा मनवाने वाले महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह का आज निधन हो गया. विशिष्ठ नारायण सिंह के निधन पर PMCH प्रशासन का शर्मनाक चेहरा सामने आया है.
एक तरफ बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने महान गणितज्ञ के निधन पर शोक प्रकट करते हुए राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि करने की घोषणा की है, तो वहीं दूसरी तरफ PMCH अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को एम्बुलेंस तक उपलब्ध नहीं कराया. सिर्फ डेथ सर्टिफिकेट जारी कर अस्पताल प्रशासन ने अपना कोरम पूरा कर दिया. महान गणितज्ञ का शव ब्लड बैंक के बाहर पड़ा रहा और किसी ने इसकी सुध तक नहीं ली. न ही निधन की खबर सुन कर कोई अधिकारी आए और न ही कोई राजनेता पहुंचा.
महान गणितज्ञ के साथ ऐसे बर्ताव को देखते हुए परिजन गुस्से में हैं. काफी फजीहत के बाद परिजनों को एम्बुलेंस मुहैया कराया गया, जिसके बाद परिजन डेड बॉडी को लेकर पैतृक गांव चले गए.