केके पाठक पर लगाम नहीं लगाया तो बिहार में विस्फोट होगा: शिक्षक संघ ने सरकार को चेताया, पूछा-बच्चों की हालत का जिम्मेवार कौन?

केके पाठक पर लगाम नहीं लगाया तो बिहार में विस्फोट होगा: शिक्षक संघ ने सरकार को चेताया, पूछा-बच्चों की हालत का जिम्मेवार कौन?

PATNA: भीषणतम गर्मी का कहर झेल रहे बिहार में सरकरी स्कूलों को खुला रखने के कारण सैकड़ों बच्चों की जान पर आफत के बाद शिक्षक संघ ने नीतीश कुमार को चेताया है. शिक्षक संघ ने सरकार को कहा है कि बिहार के सरकारी स्कूलों में आज सैकड़ों बच्चे बेहाश हुए, उनमें से कई की हालत खराब है. अगर यही स्थिति रही तो लोगों का आक्रोश विस्फोट कर सकता है. 


बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव और पूर्व सांसद शत्रुध्न प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री के सलाहकार दीपक कुमार और बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को पत्र लिखा है. उन्होंने बेगूसराय जिले के सरकारी स्कूलों में बुधवार को हुए वाकयों का जिक्र किया है. शत्रुध्न प्रसाद सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि मध्य विद्यालय मटिहानी और साहेबपुर कमाल के अच्छेचक मुसेचक के साथ साथ  बलिया के कई विद्यालयों के बच्चे भीषण तू-लहर के चपेट में आने के कारण बेहोश हो गए हैं.


शत्रुध्न प्रसाद सिंह ने अपने पत्र के साथ वीडियो भी भेजा है जिसमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुझेचक, साहेबपुर कमाल की क्लास-7 की छात्रा सूजन कुमारी की नाक से खून निकल रहा है. उन्होंने लिखा है कि इसी तरह प्राथमिक विद्यालय अच्छेचक के शिक्षक और छात्रा बेहोश है. इसके साथ ही राज्य के कई और जिलों से ऐसी ही चिंताजनक खबरे मिल रही हैं.


लोगों का आक्रोश फूटेगा

शत्रुध्न प्रसाद सिंह ने कहा है कि पता नहीं शिक्षा विभाग प्राकृतिक प्रकोप को नजरअंदाज कर रहा है. सुकुमार बच्चे-बच्चियों और शिक्षक/शिक्षिकाओं के प्रति संवेदना क्यों नहीं जग रही है? ऐसे में  सरकार से मार्मिक अपील है कि विद्यालयों में चल रही आंतरिक परीक्षा और अध्ययन, अध्यापन को तुरंत बंद किया जाय. अन्यथा पूरे राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति भी नियंत्रण के बाहर हो जा सकती है, जिसकी सारी जवाबदेही सरकार की होगी.


बता दें कि भीषण गर्मी, लू और उमस के कारण बिहार के सरकारी स्कूलों में बुधवार को 100 से ज्यादा छात्र-छात्राएं बीमार हो गए. इनमें से कई बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े. इससे स्कूलों में अफरातफरी मच गई. कई जगहों पर शिक्षक और अन्य कर्मचारी भी हीट स्ट्रोक से बेहोश हो गए. अभिभावकों में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है. भीषण गर्मी और लू के बावजूद स्कूलों में न तो छुट्टी की जा रही है और न ही समय में बदलाव किया जा रहा है.


बिहार के शेखपुरा जिले के मनकोल हाई स्कूल में एक के बाद एक छात्राएं बेहोश होकर गिरने लगीं. ये नजारा देख शिक्षकों के हाथ-पैर फूल गए. सूचना मिलने पर पहुंचे ग्रामीणों ने बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया.  वहां करीब 50 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने सड़क जाम कर केके पाठक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. चिकित्सकों का कहना है कि उमस वाली भीषण गर्मी और खाली पेट स्कूल आने की वजह से उनकी तबीयत बिगड़ी.


वहीं, मुंगेर जिले के धरहरा प्रखंड के तीन स्कूलों मे बुधवार को भीषण गर्मी से एक  दर्जन से अधिक छात्र बेहोश हो गए. कन्या मध्य विद्यालय अमारी के एचएम प्रभात कुमार रश्मि ने मीडिया को बताया कि क्लास 8 के  सजन कुमार, आदित्य कुमार, धीरज कुमार, शिवम कुमार, अंकुश और राजवीर अत्यधिक गर्मी की वजह से अचानक बेहोश हो गए. वहीं, मध्य विद्यालय हेमजापुर क्लास 4 का छात्र मनीष कुमार प्रार्थना के दौरान बेहोश हो गया.  हाई स्कूल हेमजापुर मे एग्जाम के दौरान एक छात्रा के साथ साथ शिक्षक धर्मेंद्र कुमार बेहोश हो गए. मुंगेर के ही उर्दू मध्य विद्यालय सुजावलपुर में कक्षा 8 में पढ़ने वाली छात्रा एलिजा परवीन बेहोश हो गयी.


बेगूसराय में मटिहानी मध्य विद्यालय में गर्मी के कारण एक दर्जन से ज्यादा छात्रायें बेहोश हो गईं. बेहोशी की हालात में छात्राओं को इलाज के लिए मटिहानी पीएचसी में भर्ती कराया और जहां सभी छात्राओं का इलाज चल रहा है.