केके पाठक का बड़ा आदेश, ड्यूटी से गायब रहने वाले शिक्षकों को सस्पेंड करने का निर्देश

केके पाठक का बड़ा आदेश, ड्यूटी से गायब रहने वाले शिक्षकों को सस्पेंड करने का निर्देश

PATNA: स्कूलों में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने बड़ा आदेश जारी किया है। उन्होंने ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए एक बार फिर पत्र जारी किया है। सभी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति की जांच का निर्देश उन्होंने एडीएम और जिला पदाधिकारियों को दिया है। वही स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों को सस्पेंड करने का आदेश केके पाठक ने दिया है। वही शिक्षकों को भड़काने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का भी आदेश दिया है। 


शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के फरमान के बाद हरकत में नालंदा डीईओ आ गये हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों और कर्मियों की छुट्टी को रद्द कर दिया है। कल यानी गुरुवार को जिले के स्कूलों में सघन जांच अभियान चलाया जाएगा। ड्यटी से गायब रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।  


पिछले दिनों भी उन्होंने 11 जुलाई को पटना में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों को चिन्हित करने और कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए पत्र भी भेजा था। जिसमें यह कहा गया था कि विभिन्न न्यूज चैनलों में जो वीडियो और फुटेज सामने आया है। उसके आधार पर प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की बात कही थी।


जिसके बाद शिक्षा विभाग के इस फैसले पर शिक्षक संघ ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। बिहार प्रारंभिक नगर पंचायत शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा था कि शिक्षा विभाग के अपर सचिव की ओर से जो तुगलकी फरमान जारी किया गया है वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर चोट है। 


तमाम शिक्षक विद्यालयों में छुट्टी का आवेदन देकर और संबंधित अधिकारियों से छुट्टी लेकर ही आंदोलन में शामिल हुए। वही बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा था कि इस तुगलकी फरमान से शिक्षकों में रोष व्याप्त है। विभाग के इस फैसले का वो विरोध करते हैं। यदि शिक्षकों पर कार्रवाई की गयी तो शिक्षक संघ उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे।