मुकाबला कड़ा था, लेकिन केजरीवाल ने बना ली जीत की राह, ऐसे हुई वापसी

मुकाबला कड़ा था, लेकिन केजरीवाल ने बना ली जीत की राह, ऐसे हुई वापसी

DELHI : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के रिजल्ट आने शुरू हो गए हैं. एक बार फिर से केजरीवाल ने धमाकेदार वापसी की है. चुनाव परिणाम में बीजेपी पिछड़ गई है और AAP भारी बहुमत से सरकार बनाने की ओर आगे बढ़ रही है.  आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा चुनावों को लेकर काफी उत्साहित दिखाई दे रहे हैं. 

शुरूआती रुझानों के बाद ही अरविंद केजरीवाल पार्टी ऑफिस पहुंच गए हैं और अभी भी मौजूद हैं. जैसे-जैसे हर सीट के नतीजे आ रहे हैं उससे यह साफ हो गया है कि अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. 

इस बार का मुकाबला केजरीवाल के लिए आसान नहीं था. तभी तो शायद केजरीवाल भी अपनी जीत को लेकर कंफर्म नहीं थे. उन्होंने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के प्रचार अभियान में प्रशांत किशोर की सहायता ली है. कई राज्यों में जीत दिलाने वाले प्रशांत किशोर के संरक्षण वाली इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी की सेवाएं ली. जिसका फायदा भी केजरीवाल को मिलता दिखाई दे रहा है. 

शाहीनबाग से लेकर हनुमान चालीसा तक का मुद्दा विधानसभा चुनाव के दौरान गूंजा.   विपक्ष के सामने अरविंद केजरीवाल कमजोर भी दिखाई दे रहे थे. विपक्ष के  तरफ  से बड़े नेता जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा में चुनाव की बागड़ोर संभाल रहे थे तो दूसरी तरफ से सिर्फ केजरिवाल. पर केजरीवाल ने सबको चारों खाने चित कर दिया.