PATNA : बिहार में नौकरी देने के नाम पर जालसाजी के मामलों में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है। कई विभागों में फर्जी बहाली के जरिए जालसाजों ने युवाओं को ठगी का शिकार बनाया लेकिन अब पटना हाईकोर्ट के नाम पर भी जालसाजी की गई है। दरअसल, पटना हाई कोर्ट में पीए की नौकरी के नाम पर मुंगेर की एक छात्रा से जालसाजों ने ठगी की है। जब मामले का खुलासा हुआ तो प्रशासन भी दंग रह गई। जालसाजों ने छात्रा को पटना हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षर के साथ जॉइनिंग लेटर तक भेज दिया। इसको लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है। ऐसे कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जहां लोग सरकारी नौकरी देने के नाम पर ठगी का शिकार बन रहे हैं। जालसाजों ने एक बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया है, जिसके माध्यम से वे बेरोज़गार युवाओं को ठग रहे हैं। हद तो तब तो गई जब पटना हाई कोर्ट में नौकरी दिलाने के नाम पर ही एक छात्रा को ठगी का शिकार बना लिया गया।
हैरानी की बात तो ये है कि पटना हाईकोर्ट में पीए की बहाली के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। इसके बावजूद एक छात्रा को जॉइनिंग लेटर भेज दिया गया। मामला उजागर तब हुआ जब मुंगेर के सुंदरपुर की रहने वाली दीक्षा कुमारी ने उस फर्जी जॉइनिंग लेटर को पटना हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को स्पीड पोस्ट से भेज दिया। इसके बाद रजिस्ट्रार जनरल भी हैरान रह गए कि बिना वैकेंसी के जॉइनिंग लेटर कैसे मिल गया।
पटना हाई कोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार जयकुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लिखित बयान पर कोतवाली थाना में एफआईआर दर्ज कराया। केस दर्ज करने के बाद मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है। पटना पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने बताया कि पुलिस उस छात्रा को नोटिस देकर बुलाएगी और उनसे सारी जानकारी लेगी। इसके बाद मामले की जांच की जाएगी। दर्ज एफआईआर में हाईकोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार जयकुमार ने दीक्षा की मेडिकल परीक्षा रिपोर्ट और आचरण प्रमाण पत्र भी दिया है। मेडिकल रिपोर्ट मुंगेर के सिविल सर्जन कार्यालय से बना है, जबकि आचरण प्रमाणपत्र मुंगेर एसपी के ऑफिस से इशू हुआ है।