PATNA : गांधी जयंती से पहले नीतीश सरकार ने बिहार के श्रमयोगियों को बड़ा उपहार देने का निर्णय लिया है। सरकार नया फैसला किया है कि अब दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी में बढ़ोतरी किया जाएगा। नीतीश सरकार के इस फैसले से बिहार के लगभग 3 करोड़ श्रमिकों को फायदा मिलेगा। राज्य में न्यूनतम मजदूरी में करीब दो प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। राज्य के तकरीबन तीन करोड़ मजदूरों को एक अक्टूबर से प्रत्येक दिन की मजदूरी में 7 रुपये से लेकर 11 रुपये तक अधिक का लाभ मिलेगा।
दरअस, श्रम संसाधन विभाग की ओर से एक अधिसूचना जारी की गई है। जिसमें यह निर्णय लिया गया है कि - अभी 388 रुपये प्रतिदिन मजदूरी है जिसमें सात रुपये की वृद्धि की गयी है। इस प्रकार अकुशल श्रेणी के मजदूरों को 395 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी दिया जाएगा। अर्ध कुशल मजदूरों के प्रतिदिन की मजदूरी में आठ रुपये की वृद्धि की गई है। इस प्रकार इस श्रेणी के मजदूरों को 403 रुपये के बदले 411 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी होगी। कुशल श्रेणी के श्रमिकों को अब 500 रुपये मजदूरी मिलेगा। यदि नई मजदूरी दर से कम राशि मिलती है तो कोई भी मजदूर कम मजदूरी मिलने पर प्रखंड श्रम प्रवत्र्तन पदाधिकारी या नियोजन भवन में शिकायत कर सकते हैं।
वहीं, विभाग के विशेष सचिव आलोक कुमार के हस्ताक्षर से निर्गत अधिसूचना के मुताबिक राज्य में न्यूनतम मजदूरी में साल में दो बार बढ़ोतरी होती है। एक अप्रैल और एक अक्टूबर से नई मजदूरी दर लागू होती है। एक अक्टूबर से प्रभावी नई दर के हिसाब से अकुशल श्रेणी के मजदूर को बढ़ा हुआ लाभ मिलेगा। अभी 388 रुपये प्रतिदिन मजदूरी है जिसमें सात रुपये की वृद्धि की गयी है। इस प्रकार अकुशल श्रेणी के मजदूरों को 395 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी दिया जाएगा। अद्र्ध कुशल मजदूरों के प्रतिदिन की मजदूरी में आठ रुपये की वृद्धि की गई है।
उधर, इस प्रकार इस श्रेणी के मजदूरों को 403 रुपये के बदले 411 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी होगी। कुशल श्रेणी के श्रमिकों को 491 रुपये के बदले अब 500 रुपये मजदूरी मिलेगा। इस श्रेणी के मजदूर के लिए आठ रुपये की वृद्धि की गई है। अतिकुशल श्रेणी के मजदूर के रोजाना मजदूरी में 11 रुपये की वृद्धि की गई है।इस श्रेणी के मजदूर को 600 रुपये के बदले 611 रुपये रोजाना मजदूरी मिलेगा। पर्यवेक्षीय या लिपिकीय कार्य करने वाले कर्मियों को 11,107 रुपये प्रतिमाह की जगह अब 11,317 रुपये मिलेगा।