PATNA: पटना के बिहटा प्रखंड के लई गांव में मंगलवार को द्वितीय सुरेश सिंह स्मृति समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय संत समिति के प्रवक्ता स्वामी आनंद श्रीनेत्र जी महाराज, आचार्य संजय जी महाराज, चर्चित IPS अधिकारी व लेट्स इंस्पायर बिहार के प्रणेता विकास वैभव, पूर्व डीजीपी अभयानंद और समाजसेवी डॉ.अभिषेक सिंह समेत कई प्रमुख लोगों ने शिरकत की।
इस मौके पर ग्रामीणों के बीच निःशुल्क कृषि यंत्र, वस्त्र और दिव्यांगों के बीच ट्राइसाइकिल का वितरण किया गया। स्व. सुरेश सिंह फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा आय़ोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईपीएस विकास वैभव ने कहा कि अपने पूर्वजों को याद करने के लिए गरीबों और वंचितों की मदद करने से बेहतर तरीका और कोई नहीं हो सकता।
विकास वैभव ने आगे कहा कि स्व. सुरेश सिंह ने सेना की नौकरी छोड़ कर किसानों की मदद करने का बीड़ा उठाया था। उनके निधन के बाद स्व. सुरेश सिंह को याद करने के लिए किसानों के बीच निःशुल्क कृषि यंत्र का वितरण किया जा रहा है। विकास वैभव ने कहा कि बिहार के हर व्यक्ति को ऐसी ही सोच रखनी चाहिये।
अगर वे समाज के वंचित लोगों की मदद कर पाने में सक्षम हैं तो उन्हें अपनी पूरी क्षमता से ये काम करना चाहिये। उन्होंने कहा कि उनके लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान का मकसद यही है कि सक्षम बिहारी अपने राज्य के दूसरे लोगों की मदद कर उन्हें भी सक्षम और सामर्थवान बनायें.
समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व डीजीपी अभयानंद ने कहा कि स्व. सुरेश सिंह फाउंडेशन ने किसानों, दिव्यांगों और छात्र-छात्राओं की मदद का जिम्मा उठाया है, ये बेहद सराहनीय बात है। दूसरे लोगों को भी इससे सीख लेनी चाहिये। ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज के अधिकृत प्रतिनिधि और शिष्य आचार्य संजय जी महाराज ने कहा कि हमारा धर्म यही सिखाता है कि मानव की सेवा ही ईश्वर की पूजा है। स्व. सुरेश सिंह की स्मृति में मानव सेवा का जो सिलसिला चला है वह आगे भी चलता रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संत समिति के प्रवक्ता स्वामी आनंद श्रीनेत्र जी महाराज ने कहा कि अपने माता-पिता की सेवा करना ही सबसे बड़ा पुण्य है. जो अपने माता-पिता की सेवा नहीं कर सकता, उससे बड़ा अधर्मी कोई नहीं है। आनंद जी महाराज ने कहा कि स्व. सुरेश सिंह के सुपुत्रों ने अपने पिता की याद में समाज सेवा का जो बीड़ा उठाया है, उससे उऩके पिता की आत्मा को शांति और आनंद का अनुभव हो रहा होगा।
स्मृति समारोह को संबोधित करते हुए समाजसेवी डॉ अभिषेक सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन दूसरे लोगों को भी सीख देंगे. अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने का इससे बेहतर तरीका और कुछ नहीं हो सकता. इससे पहले अतिथियों का स्वागत करते हुए स्व. सुरेश सिंह फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष क्षितिज रंजन सुरेश ने कहा कि उनके पिता स्व. सुरेश सिंह ने हमेशा किसानों औऱ गरीबों की सेवा की कोशिश की थी। उनके निधन के बाद वे अपने पिता के सपनों को ही साकार करने की कोशिश कर रहे हैं।
वही क्षितिज रंजन ने कहा कि उनकी कोशिश है कि हर साल ये आयोजन और बड़ा होता जाये.स्व. सुरेश सिंह स्मृति समारोह में 101 किसानों के बीच निःशुल्क कृषि यंत्र का वितरण किया गया. वहीं, 3 दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल दिया गया. इसके साथ ही हजारों गरीबों के बीच कंबल औऱ वस्त्र वितरण किया. इसके साथ ही स्थानीय सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं के बीच खेलकूद प्रतियोगिता का भी आय़ोजन किया गया. विजेताओं को मेडल और सर्टिफिकेट के साथ साथ नगद राशि भी प्रोत्साहन के तौर पर दिया गया।