DHARBHANGA: 80 के दशक में टीवी पर आने वाला धारावाहिक रामायण तो आप सभी ने देखा ही होगा। राम का किरदार निभा चुके अभिनेता अरुण गोविल और सीता का रोल करने वालीं दीपिका चिखलिया को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग रियल देवी-देवताओं की छवि उनमें देख कर पूजा तक करने लगे थे। धारावाहिक रामायण के राम-सीता का मिथिला की धरती पर भव्य स्वागत किया गया। मिथिलावासियों के प्यार को देख दोनों कलाकारों ने दिल से धन्यवाद दिया। दीपिका ने कहा कि यहां के लोगों का भरपूर प्यार मिला है ऐसा लगता है कि मैं अपने मायके में हूं।
बता दें कि जिस वक्त टीवी बहुत कम लोगों के पास हुआ करता था, उस समय से अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया के लाखो फैन रहे। जिसमे बच्चे से लेकर बुजुर्ग, महिला तक उनके फैन रहे हैं। वर्षो बाद भी "भगवान राम" की किरदार निभाने वाले अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया जब दरभंगा के घनश्यामपुर पहुँचे तो उनके चाहने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।
दरअसल, दरभंगा जिला के घनश्यामपुर प्रखंड के लगमा गाँव मे भाजपा वाणिज्य प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता सीए सुरेश पुत्र उपनयन संस्कार में रामायण में राम का किरदार निभा चुके अभिनेता अरुण गोविल और सीता का रोल करने वालीं दीपिका चिखलिया उपनयन संस्कार कार्यक्रम में भाग लेने पहली बार बिहार के दरभंगा पहुँचे थे जहां उन्होंने मड़वा पर जाकर बरुआ सर्वज्ञ को आशीर्वाद दिया। जिसके बाद अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया लगमा गांव स्थित खेल मैदान आयोजित अभिनंदन समारोह स्थल पहुंचे। जहां उनका आरती के साथ भव्य स्वागत हुआ। इस अवसर पर हजारों की संख्या में उनके फैन्स मौजूद थे।
वही कार्यक्रम के बाद दीपिका चिखलिया ने कहा कि मुझे जब पहली यहाँ आने का निमंत्रण मिला तो मैं काफी खुश हो गई। मैं मिथिला में आ रही हूँ। वही उन्होंने कहा कि मिथिला का नाम जब भी आता है। तो रामायण की यादें ताजा हो जाती है। मिथिला की हर बेटी सीता का स्वरूप होता है। मिथिला में अभी भी लड़कियों को वैसे ही विवाह होता है। जैसे राम और सीता जी के विवाह में हुआ था। ये रीतिरिवाज आज भी यहाँ चल रहा है। इस बात की मुझे खुशी है। वही उन्होंने कहा कि जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो सीतामढ़ी में सीता राम मन्दिर का निर्माण होना चाहिए। मुझे विश्वास है कि सीतामढ़ी में भी मां सीता का मन्दिर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद होगा।
वही अरुण गोविल ने कहा की मिथिला की पावन धरती पर मुझे पहली बार आने का अवसर मिला है। यहां आकर मैं अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। इसी पावन धरती पर मां सीता ने जन्म लिया था। वहीं उन्होंने कहा कि हमें इस बात की काफी खुशी है कि आज भी यहां के लोग अपने कला और संस्कृति से लगाव रखते हैं। यहां की धरती काफी धार्मिक और पावन रही है। यहाँ आकर एकबार फिर रामायण की यादें ताजा हो गई है। मिथिला इस पावन धरती ने माता सीता को दिया है। इस संसार को ब्रह्मांड को यह अभूतपूर्व बात है। वही उन्होंने अयोध्या में मन्दिर निर्माण पर कहा कि ये अछि बात की वहां मन्दिर निर्माण हो रहा है। अगले वर्ष तक निर्माण कार्य पूरे हो जाएंगे। तो हमलोग भी दर्शन करने जाएंगे।
जबकि सीए सुरेश झा ने कहा कि हमारे यहां की परंपरा है कि किसी प्रकार के आयोजन में हमलोग कुछ हटके काम करते हैं। इसी क्रम में हम अपने पुत्र का उपनयन संस्कार करवा रहे थे। तो गांव वालों ने कहा कि इस बार क्या अलग करने जा रहे हैं। उसी क्रम में हमारी नजर सीता-राम की तस्वीर गई। तो हमने गांव वालों से वादा किया वे इस यज्ञ में भगवान का दर्शन करवाएंगे। जिसके बाद हमने अरुण गोविल और दीपिका चिखिलया से सम्पर्क किया। तो इनलोगो मिथिला आने को तैयार हो गए। आज ग्रामीण अपने बीच इन दोनों को अपने बीच पाकर काफी खुश है।