चीन के साथ तनाव के कारण गांधी सेतु के समांतर पुल का टेंडर रद्द, कॉन्ट्रैक्ट लेने वाली कंपनी में चीनी पार्टनर भी था शामिल

चीन के साथ तनाव के कारण गांधी सेतु के समांतर पुल का टेंडर रद्द, कॉन्ट्रैक्ट लेने वाली कंपनी में चीनी पार्टनर भी था शामिल

PATNA : गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच बढ़े तनाव का असर कई प्रोजेक्ट पर पड़ रहा है। पटना के गांधी सेतु के समानांतर जिस पुल का निर्माण कराया जाना है उसका टेंडर रद्द कर दिया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले पुल का टेंडर रद्द कर दिया है। मंत्रालय ने स्कूल के निर्माण के लिए जिन 7 एजेंसियों का टेंडर रद्द किया है उनमें से एक कॉन्ट्रैक्ट कंपनी में चीनी पार्टनर भी शामिल था। विभागीय सूत्रों की मानें तो सभी एजेंसियों को स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया गया है कि वह चीनी पार्टनर को अपने साथ ना रखें। अब इस प्रोजेक्ट के लिए एक बार फिर से रिटेंडर किया जाएगा।  


दरअसल गांधी सेतु के समानांतर 14 किलोमीटर से ज्यादा लंबे पुल का निर्माण कराया जाना है। इस पुल के निर्माण पर 2927 करोड़ों रुपए का खर्च आना है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने इस पुल के निर्माण के लिए टेंडर ओपन किया था और निर्माण के लिए 7 एजेंसियों ने दिलचस्पी दिखाई थी लेकिन इन एजेंसियों के साथ चीनी पार्टनर के जुड़े होने के कारण अब इसे रद्द करते हुए नए सिरे से टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। 27 जुलाई 2020 तक नए टेंडर की प्रक्रिया को पूरा कर लेने की डेडलाइन रखी गई है। इसके पहले टेंडर की प्रक्रिया अक्टूबर महीने में की गई थी चीनी कंपनियों को लेकर इस नए पुल का पेंच जिस तरह फंसा है वह इस बात का संकेत दे रहा है कि विधानसभा चुनाव के पहले इस प्रोजेक्ट पर काम शायद ही शुरू हो पाए।


केंद्र सरकार ने पुल निर्माण से लेकर अप्रोच रोड तक के प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए जिन साथ एजेंसियों का चयन किया था उनमें टाटा पावर प्रोजेक्ट, गैमन, एलएंडटी, एफकॉन्स, एसपी सिंगला, दिलीप बिल्डकॉन और अशोक बिल्डकॉन जैसी एजेंसियां शामिल थीं।