PATNA: मुंगेर में उपद्रव के बाद स्थिति को कंट्रोल में करने के लिए बीएमपी की 2 अतिरिक्त कंपनी को भेजा गया है. सभी जवान मुंगेर में स्थिति को कंट्रोल करेंगे. कल भीड़ ने तीन थानों को आग के हवाले कर दिया था. यही नहीं कई पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी थी. जिसके बाद चुनाव आयोग ने मुंगेर एसपी लिपि सिंह और डीएम को हटा दिया. जिसके बाद लोगों का गुस्सा कम हुआ.
बताया जा रहा है कि भीड़ करीब 11 बजे विजय चौक के पास पहुंची फिर यहां से सभी कोतवाली थाना पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. भीड़ ने कोतवाली पथराव किया और थाने में आग लगा दिया. फिर भीड़ ने एक एक कर 5 थानों और एसपी आफिस पर धावा बोला. इनमें वासुदेवपुर ओपी पूरब सराय ओपी और कोतवाली थाना में आग लगाया.
पुलिस ने किया लाठीचार्ज और फायरिंग
इस दौरान पुलिस स्थिति को कंट्रोल करने के लिए फायरिंग और लाठीचार्ज किया है. लेकिन भीड़ मानने को तैयार नहीं थी. शाम को भीड़ ने कासिम बाजार थाने के पास पहुंची और पथराव कर दिया. पुलिस ने तीन राउंड फायरिंग की.
पुलिस पर फायरिंग का आरोप
मुंगेर में पुलिस जबरन मूर्ति विसर्जन करा रही थी. इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. जब लोग हंगामा करने लगे तो पुलिस ने फायरिंग कर दी. एक युवक की सिर में गोली लगी और उसकी मौत हो गई. जबकि पांच लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए. यह घटना मुंगेर के दीन दयाल चौक के पास हुई. मुंगेर के लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि पहले से परंपरा रही है कि पहले बड़ी देवी का मूर्ति विसर्जन होता है. उसके बाद छोटी मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. लेकिन पुलिस जबरन विसर्जन करा रही थी. पुलिस ने इस दौरान बेरहमी से लोगों की पिटाई की है.