PATNA: जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने जातीय गणना को लेकर बीजेपी के आरोपों पर जोरदार हमला बोला है। पप्पू यादव ने कहा है कि लोकतंत्र खतरे में है और पूरी राजनैतिक व्यवस्था उन्माद पर टिक गई है। देश में हिंदू मुस्लिम के साथ जातियों के अधिकार और वंचित कमजोर समाज या ऊंची जात के लोग सभी को अपने विचारधारा पर जीने का अधिकार है और बोलने का अधिकार है, कोई जाति छोटा या बड़ा नही है।
पप्पू यादव ने कहा कि आज जिस तरह से राजनीति पार्टी जाति को चिन्हित कर उन्हें गाली दे रही हैं ऐसे दलों के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए। हिंदुस्तान में संविधान के मुताबिक किसी भी सेना को इजाजत नहीं मिलती लेकिन आज जिस तरह से मुट्ठी भर कुछ लोगो ने राम के आचरण और चरित्र को जीवन में नही ला कर आज गाली गलौज कर रहे है वो बिल्कुल सही नही है। जातीय गणना पर बीजेपी के लोग समाज को दिग्भ्रमित करने का काम कर रहे है, सीएम रहते हुए नीतीश कुमार ने अपने जात का आंकड़ा क्यों नहीं बढ़ा लिया वो भी कर सकते थे।
पप्पू यादव ने कहा कि यूपी में कह दिया गया कि जातीय जनगणना नहीं होगा। बिना जांच के इलाज कैसे कीजिए इसलिए जातीय जनगणना एक जांच की प्रक्रिया है। क्या राजनीति में अत्यंत पिछड़ा को भागीदारी देंगे, क्या अत्यंत पिछड़ा या मुस्लिम को सीएम बनाया जायेगा। हमारी पार्टी चाहती है कि ऊची जाति के लोगों की भी हिस्सेदारी दीजिए और डिप्टी सीएम बनाइए। जातीय गणना पर बीजेपी लगातार कन्फ्यूशन पैदा कर रही है, बीजेपी का कैरेक्टर दिख रहा है जो सही नही है। लगातार बीजेपी के लोग यूपी में जाति को लड़ाना चाहते है।
बिहार के कुछ नेता लागतार अपनी दुकान चलाने के लिए किसी जाति को टारगेट कर के गाली दे रहे हैं। इससे समाज टूट रहा है, सीएम और डिप्टी सीएम को कहना चाहूंगा कि ऐसे किसी नेता को सम्मान नहीं मिलना चाहिए जो गाली गलौज करते हैं। बिहार से यूपी तक जब हिंदू मुस्लिम कार्ड नहीं चला तो जाति का गंदा खेल बीजेपी खेल रही है, ऐसे लोगो पर कार्यवाई हो।