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1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Sun, 29 Dec 2024 01:32:47 PM IST
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Bihar Politics: यह खबर हफ्ते भर पहले की है. हस्तिनापुर में बिहार के सत्ताधारी दल की कोर कमेटी की बैठक थी. इस दौरान नीतीश कैबिनेट के दो मंत्री (दल एक) के बीच भिड़ंत हो गई. विवाद इस कदर बढ़ा कि वहां मौजूद अन्य बड़े नेताओं को हस्तक्षेप करना पड़ा, तब जाकर मामला शांत हुआ। दरअसल, एक मंत्री ने अपने वरिष्ठ मंत्री सह कप्तान के विभाग पर गंभीर आरोप लगा दिए. पार्टी की बैठक में बड़े टीवी पर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मंत्रिय़ों के विभाग का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया जा रहा था. इस दौरान पार्टी के बड़े नेता जो वर्तमान में 'कप्तान' की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं, उनके विभाग को लेकर सवाल खड़े किए गए. इसके बाद विवाद बढ़ गया. संबंधित विभाग का जिम्मा संभाल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता ने इस पर आपत्ति जता दी. बस क्या था...मामला बढ़ गया.
एक मंत्री ने दूसरे मंत्री के विभाग पर लगाए आरोप
बिहार की सत्ताधारी पार्टी कोर कमेटी की बैठक इस बार राज्य से बाहर हुई. मीटिंग में प्रजेंटेशन के माध्यम से विभागों के बारे में बताया जा रहा था. पार्टी के स्तर पर ग्राउंड लेवल से जो फीडबैक लिया गया था, उस बारे में जानकारी दी जा रही थी. बताया जा रहा था कि आम जनता किस विभाग से ज्यादा परेशान है. मंत्री जिन्हें यह जिम्मा दिया गया था, वे स्क्रीन पर बता रहे थे. इस दौरान 'आम जनता-किसान-रैयतों' से जुड़े महत्वपूर्ण विभाग के बारे में बताया. प्रस्तुतीकरण के माध्यम से 'साफ-सफाई' वाले विभाग का जिम्मा संभालने वाले मंत्री ने बताया कि इस महत्वपूर्ण विभाग से आम जनता सबसे ज्य़ादा परेशान है. आमलोग इस विभाग के कार्यकलाप से काफी गुस्से में हैं. आगामी चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, क्यों कि लोगों की परेशानी कमने की बजाय और बढ़ रही है.
सारी परेशानी मेरे ही विभाग में है...?
पार्टी की बैठक में वरिष्ठ नेताओं के समक्ष अपने विभाग के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट देख-सुन विभागीय मंत्री जो कप्तान भी हैं, उन्होंने गंभीर आपत्ति दर्ज की. मंत्री ने कहा कि यह उचित नहीं है. सारी समस्या मेरे ही विभाग में है..ऐसा नहीं. सबसे ज्यादा नाराजगी मेरे ही विभाग से है, यह ठीक नहीं है. विभाग ने काफी बेहतर काम किए हैं. जिसे नहीं दिखाया जा रहा है. उन्होंने 'साफ-सफाई' वाले विभाग का जिम्मा संभालने वाले मंत्री पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आपने यह ठीक नहीं किया है.
वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप से मामला हुआ शांत
पार्टी की बैठक में एक मंत्री ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से अपने से वरिष्ठ मंत्री के विभाग पर सवाल खड़े कर दिए . इसके बाद दोनों और से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. जिनके विभाग पर सवाल खड़े किए गए, उन्होंने कड़ा प्रतिकार किया. दोनों तरफ से गर्माहट बढ़ने लगी. इसके बाद बैठक में मौजूद नेता सक्रिय हुए. बड़ी मुश्किल से मामले को शांत कराया गया. इस दौरान वरिष्ठ नेताओं ने प्रस्तुतीकरण दे रहे मंत्री से कहा कि आप जिनके विभाग पर सवाल उठा रहे हैं, वो मंत्री के साथ-साथ कप्तान भी हैं. ऐसे में आप तो पूरी पार्टी को ही बैकफुट पर ढकेल रहे हैं. काफी समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया.
बता दें, पार्टी की बैठक में जिन दो मंत्रियों के बीच विवाद हुआ, उनमें एक 'साफ-सफाई व शहरों के विकास' वाले विभाग का जिम्मा संभाल रहे हैं. राजधानी क्षेत्र से विधायक हैं. वहीं जिस मंत्री के विभाग पर आरोप लगे वो तो कप्तान ही हैं. ,साथ ही इन दिनों इनका विभाग काफी चर्चा में है. लगभग 100 सालों बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है कि विधानसभा चुनाव 2025 से पूर्व सर्वे का काम पूर्ण करायेंगे.