MUZAFFARPUR : नीतीश सरकार के नाक के नीचे जालसाज उन्हें बिहार में एक और बड़ा कारनामा कर दिया है। बिहार में पुल चोरी होने की घटना हो या फिर रेल इंजन इसे लेकर लगातार सुर्खियां बनती रहीं लेकिन अब सरकारी पंचायत भवन की चोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है मामला बिहार सरकार के मंत्री रामसूरत राय के विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। यहां औराई प्रखंड की औराई पंचायत भवन को बेच दिया गया। आरोप पंचायत के मुखिया और सचिव पर लगा है। इन दोनों पर आरोप है की बुलडोजर से पंचायत भवन को तोड़ एक-एक ईंट बेच दी गई। मामला सामने आने के बाद 29 अप्रैल को ही प्रखंड पंचायती राज अधिकारी ने इस पूरे मामले में मुखिया और पंचायत सचिव से जवाब मांगा है।
पंचायत भवन की चोरी का मामला सामने आए 10 दिन गुजर चुका है लेकिन आरोपी मुखिया और पंचायत सचिव के खिलाफ अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है। हद तो यह है कि जिला मुख्यालय स्तर पर भी इस घटना के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। मामला कहीं न कहीं लीपापोती का दिख रहा है। प्रखंड पंचायती राज अधिकारी गिरिजेश नंदन के मुताबिक 29 अप्रैल के बाद से पंचायत सचिव छुट्टी पर चल रहे हैं, उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ है वैसे मौखिक तौर पर जिला पंचायत राज अधिकारी को उन्होंने पूरी घटना के बारे में जानकारी दे दी है। उनके निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल बीते 14 अप्रैल को प्रखंड पंचायत राज अधिकारी को पंचायत भवन बेचने की सूचना मिली थी। पूछे जाने पर मुखिया ने इससे इंकार कर दिया। उसके 27 अप्रैल को जब प्रखंड पंचायत राज अधिकारी ने स्थल निरीक्षण किया तो पंचायत भवन गायब था। पंचायत सचिव से पूछताछ में पता चला कि पंचायत भवन की नीलामी नहीं की गई है। इस पंचायत भवन का 15 वर्ष पूर्व उद्घाटन किया गया था। पंचायत के मुखिया उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि औराई पंचायत के पंचायत भवन जीर्ण शीर्ण अवस्था में था, कहीं भी बैठने की जगह नहीं थी, इसलिए उसे तोड़ा गया है, इसी जगह सामुदायिक भवन बनेगा। वहीं संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव रामनरेश सहनी के बात करने का बहुत प्रयास किया गया लेकिन उनका मोबाइल लगातार बंद मिला।