बिहार की बेमिसाल शादी : महिला मरीज की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए स्वास्थ्यकर्मी ने किया ये काम

बिहार की बेमिसाल शादी : महिला मरीज की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए स्वास्थ्यकर्मी ने किया ये काम

HAJIPUR : बिहार में एक ऐसी शादी देखने को मिली है जो वाकई बेमिसाल है। आप भी शादी की पूरी दास्तां को जानेंगे तो खुद को यह कहने से रोक नहीं पाएंगे कि ऐसा न कभी पहले सुना.. ना देखा। खबर हाजीपुर से है, यहां मानवीय संवेदना हो को समेटे एक सच्ची कहानी देखने को मिली है। दरअसल हाजीपुर सदर अस्पताल में काम करने वाले एक स्वास्थ्यकर्मी मनिंद्र सिंह की शादी कुछ ऐसे हुई कि हर तरफ इसकी चर्चा हो रही है। 


हाजीपुर सदर अस्पताल में ओटी असिस्टेंट का काम करने वाले मनिंद्र सिंह ने अस्पताल में इलाज कराने आई। एक महिला मरीज से जो वादा किया था उसे पूरा कर दिया। दरअसल 60 साल की महिला मनिका हाजीपुर सदर अस्पताल में इलाज के लिए एडमिट हुई थी। बिदुपुर की रहने वाली मनिका 18 अप्रैल को बर्न इंजुरी के बाद अस्पताल में भर्ती कराई गई थी। इलाज के दौरान ओटी असिस्टेंट मनिंद्र सिंह ने इस महिला मरीज की खूब देखभाल की। महिला मरीज की स्थिति अच्छी नहीं थी और उसे बस एक बात की ही चिंता सताए जा रही थी कि अगर वह इस दुनिया को छोड़ गई तो कुंवारी बेटी का क्या होगा। इलाज के दौरान मनिंद्र के बर्ताव को देखकर मनिका बार-बार यही कहती थी कि काश मेरा दामाद तुम्हारे जैसा होता। 


इलाज के दौरान मनिका मनिंद्र के इतने करीब आ गई कि उससे यह भी पूछ लिया कि वह शादीशुदा है या नहीं? अपने निधन से पहले मनिका ने यह इच्छा जताई कि वह उसकी बेटी से शादी कर ले। मनिका को पांच बेटियां और एक बेटा है सबसे छोटी बेटी प्रीति से शादी की बात मनिका ने मनिंद्र से की थी। इलाज के दौरान ही मनिका की हालत बिगड़ने लगी तो उसने मनिंद्र को प्रीति से शादी करने के लिए कहा। 2 मई को मनिंद्र ने प्रीति से शादी कर ली। हाजीपुर के स्थानीय पातालेश्वर नाथ मंदिर में दोनों की शादी हुई और शादी के 2 दिन बाद 4 मई को प्रीति की मां मनिका का निधन हो गया। अपने मरीज के साथ मानवीय संवेदनाओं के कारण मनिंद्र ने जो पहल की उसकी चर्चा चारों तरफ है।