PATNA : कोरोना की दूसरी लहर में 98 दिनों तक बंद रहने के बाद आज बिहार के शिक्षण संस्थानों में पहली बार रौनक लौट गई है। राज्य में दसवीं से ऊपर के स्कूल आज से खुल गए हैं। 11वीं और 12वीं के सभी स्कूलों के साथ-साथ सभी डिग्री कॉलेज, सभी सरकारी और निजी विश्वविद्यालय और तकनीकी शिक्षण संस्थान आज से 50 फ़ीसदी उपस्थिति के साथ खुल गए हैं। बिहार में 5 अप्रैल 2021 से सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए थे। सरकार ने पिछले दिनों अनलॉक 4 की जो गाइडलाइन जारी की थी उसमें शिक्षण संस्थानों को खोलने का फैसला किया था।
बिहार में आज से 5000 हाईस्कूल और इंटर स्कूलों में पठन-पाठन का काम शुरू हो गया है जबकि लगभग 600 इंटर कॉलेज और 235 संबद्ध डिग्री कॉलेजों को भी खोल दिया गया है। इसके अलावा 262 संबद्ध डिग्री कॉलेज, 13 विश्वविद्यालय, 7 प्राइवेट यूनिवर्सिटी एक कृषि विश्वविद्यालय और एक पशुपालन विश्वविद्यालय में भी आज से पढ़ाई शुरू हो गई है। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि सभी शिक्षण संस्थानों में कोरोना गाइडलाइन का पालन हो यह जरूरी है। संक्रमण का दौर फिर से ना लौटे तो बेहतर होगा और धीरे-धीरे नीचे की कक्षाएं भी खोली जाएंगी। विजय कुमार चौधरी ने कहा है की शिक्षण संस्थानों के ऊपर संक्रमण को नियंत्रित रखने की बड़ी जिम्मेदारी है।
5 जुलाई को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में यह फैसला किया गया था कि आज यानी 12 जुलाई से 10वीं से ऊपर की सभी शिक्षण संस्थानों को आधी क्षमता के साथ खोल दिया जाए। इसको लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने 6 जुलाई को सभी जिलों के डीएम और उनके साथ साथ सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति और जिला शिक्षा पदाधिकारियों के लिए एक गाइडलाइन जारी की थी। इस गाइडलाइन के तहत स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों को खोला गया है।