बिहार में 28 लाख से ज्यादा फर्जी राशन कार्डधारी, लेकिन बाढ़ में भी मुफ्त अनाज देगी सरकार

बिहार में 28 लाख से ज्यादा फर्जी राशन कार्डधारी, लेकिन बाढ़ में भी मुफ्त अनाज देगी सरकार

PATNA : बिहार में फर्जी का राशन कार्डधारियों की तादाद लाखों में है। सरकार ने लगभग एक 28 लाख 42 हजार कार्डधारियों को फर्जी पाया है। बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बड़ी तादाद में फर्जी कार्डधारियों के डुप्लीकेट होने या फिर कहीं और चले जाने की आशंका है। 


डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बिहार में बाढ़ की आपदा के बावजूद राशन कार्डधारियों को 5 महीने तक मुफ्त अनाज दिया जाएगा। राज्य के 23 लाख 38 हजार नए राशन कार्डधारियों को भी इसका लाभ मिलेगा। सुशील कुमार मोदी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सभी राशनकार्डधारियों को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत योजना’ के तहत अगले पांच महीने तक मुफ्त खाद्यान्न देने की घोषणा के आलोक में सभी को खाद्यान्न का वितरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के कई जिलों में भीषण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ऐसे में खाद्यान्न वितरण में परेशानी हो रही है, मगर वे निश्चिंत रहें, प्रति व्यक्ति 25 किलो खाद्यान्न व प्रति परिवार 5 किलो चना उन्हंे अवश्य दिया जायेगा।

 

जून माह में बिहार में कुल राशनकार्डधारियों की संख्या 1 करोड़ 68 लाख 31 हजार थीं। मगर केवल 1 करोड़, 39 लाख 28 हजार कार्डधारियों ने ही खाद्यान्न का उठाव किया। ऐसे में आशंका है कि खाद्यान्न नहीं लेने वाले 28 लाख 42 हजार कार्डधारी फर्जी, डुप्लीकेट हैं या वे अपने मूल स्थान को छोड़कर अन्य राज्यों में निवास कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि 23 लाख 38 हजार नए राशनकार्ड बनाए गए हैं जिनमें से 96 प्रतिशत का वितरण किया जा चुका है। नए राशनकार्डधारियों को भी मुफ्त खाद्यान्न वितरण योजना का लाभ मिलेगा। सरकार ने पहले ही निर्देश दिया है जो लोग किसी कारण से राशनकार्ड बनवाने से वंचित रह गए हैं, वे भी आरटीपीएस काउंटर पर अपना आवेदन देकर राशनकार्ड बनवा सकते हैं।