PATNA : पूर्व राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा ने कहा है कि उनके द्वारा 2018 में स्थापित ‘अवसर चैरिटेबल ट्रस्ट’ शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, स्वरोजगार समेत अन्य क्षेत्रों में जरूरतमंदों को मदद पहुंचा रही है। ‘अवसर चैरिटेबल ट्रस्ट’ के कल्याणकारी कार्यों को देखते हुए इसे आयकर विभाग द्वारा नियम “80 जी” के तहत छूट मिली हुई है। भारत सरकार के नीति आयोग तथा कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय द्वारा भी इसे कल्याणकारी कार्यों में जुडी संस्थानों के रूप में निबंधित कर मान्यता प्रदान दी गई है। अवसर ट्रस्ट हर साल करोड़ों रुपए जरूरतमंद लोगों की सेवा में खर्च करता है, जिसमें बड़े पैमाने पर छात्रवृत्ति और गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों का उपचार, गरीब बेटियों के विवाह आदि में लगातार सहायता प्रदान की जाती है।
कोरोना काल में पूरे देश भर से घर वापस लौटने वाले बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के निवासियों के भोजन, चिकित्सा आदि की व्यवस्था में अवसर ट्रस्ट ने अत्यंत ही उपयोगी एवं व्यापक जन सेवा का कार्य किया। कोरोना काल में एक बड़ी समस्या IIT, NIT और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के इच्छुक छात्रों के सामने आ खड़ी हुई। क्योंकि, सारे कोचिंग इंस्टिट्यूट बंद हो गए थे। तब ट्रस्ट ने साइंस कॉलेज के तत्कालीन प्राचार्य और वर्तमान में नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर के.सी. सिन्हा और मैथमेटिक्स गुरु रजनीकांत श्रीवास्तव के सहयोग से गरीब बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लासेस आयोजित कर उन्हें गहन कोचिंग प्रदान की।
ऑनलाइन कोचिंग के फलस्वरूप 7 बच्चे आईआईटी रुड़की, आईआईटी बीएचयू, आईआईटी धनबाद, ट्रिपल आईटी इलाहाबाद, एनआईटी पटना, एनआईटी उत्तराखंड में चुनकर गए। ये बच्चे अत्यंत ही गरीब थे और देश के शीर्षत: संस्थानों में चयनित होने के बाद भी एडमिशन फीस तक भी जुटा पाने में सक्षम नहीं थे। निर्णय लिया गया कि सभी बच्चों के पूरे साल की पढ़ाई और हॉस्टल का खर्च भी अवसर ट्रस्ट ही उठाएगा, ताकि सेकंड ईयर में जाने के बाद इन बच्चों को बैंक से आगे की शिक्षा प्राप्त करने के लिए आसानी से ऋण मिल सके। सभी संस्थानों में प्रवेश शुल्क और पूरे साल पढ़ाई और हॉस्टल के खर्च के अतिरिक्त अवसर ट्रस्ट ने सभी बच्चों के दो जोड़ें अच्छे कपड़े भी बनवाएं और आधुनिक तकनीक से लैस सभी को लैपटॉप भी प्रदान किया ताकि अपनी पढ़ाई पूरी करते वक्त इनमें किसी प्रकार की हीन भावना न आए।
अपने शिक्षकों के परिश्रम से उत्साहित ‘अवसर ट्रस्ट’ इस वर्ष से 50 गरीब मेधावी बच्चों को अगले 2 वर्ष के लिए उनके रहने, खाने, हॉस्टल, पठन सामग्री आदि की व्यवस्था के साथ गहन कोचिंग की व्यवस्था करेगी, ताकि जब ये आईआईटी में प्रवेश परीक्षा में शामिल हों तो पूरे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में बैठ सके और बढ़िया से बढ़िया परिणाम प्राप्त कर सकें।