1st Bihar Published by: MANOJ KUMAR Updated Wed, 27 Nov 2024 04:53:20 PM IST
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MUZAFFARPUR: बड़ी खबर मुजफ्फरपुर से आ रही है, जहां मुंगेर के जेडीयू सांसद और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर हुआ है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए तिथि भी निर्धारित कर दी है। आगामी 4 दिसंबर को ललन सिंह के खिलाफ दायर परिवाद पर कोर्ट सुनवाई करेगा।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मुजफ्फरपुर में पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान मुसलमानों को लेकर बयान दिया था। ललन सिंह ने खुले मंच से कहा था कि बिहार में अल्पसंख्य समुदाय की क्या स्थिति थी। लालू-राबड़ी के राज में मदरसा शिक्षकों को तीन हजार चार हजार रुपया मिलता था लेकिन आज उन्हें सातवें वेतन आयोग का पैसा मिलता है हालांकि अल्पसंख्यक समुदाय के वोटर नीतीश कुमार को वोट नहीं देते हैं।
उन्होंने कहा था कि इस गलतफहमी में मत रहिएगा, हम मुगालते में नहीं रहते हैं कि पहले नहीं देते थे और अब देते हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नीतीश कुमार को वोट नहीं देते हैं लेकिन नीतीश कुमार की सोंच है कि कोई वोट दे या नहीं दे वह बिहार के हर समुदाय के लोगों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यकों को लिए जितना काम किया, देश के इतिहास में अपने आप में एक उदाहरण है।
जेडीयू सांसद और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के इसी बयान को लेकर अहियापुर निवासी तमन्ना हाशमी ने मुजफ्फरपुर की कोर्ट में परिवाद दायर किया है और अल्पसंख्यक समुदाय को आहत करने का आरोप लगाया है। आगामी 4 दिसंबर को ललन सिंह के खिलाफ दायर परिवाद पर कोर्ट सुनवाई करेगा।