MUZAFFARPUR: बिहार में अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है। यह जानकर आपको हैरानी होगी कि इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपराधियों ने अपना निशाना बना लिया है। ये अपराधी इतने शातिर हैं कि नीतीश कुमार की आवाज निकालते हैं और जनता दरबार के नाम पर फरियादियों को फोन कर उनसे पैसे ट्रांसफर कराते हैं। सीएम नीतीश की आवाज़ सुनकर फरियादी भी बिना सोचे-समझे पैसे भेज देते हैं। ये फ्राड फरियादियों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर कॉल कर पहली उनकी समस्या सुनते हैं और दस दिनों के अंदर उसके समाधान होने की बात करते हैं। साथ ही सेवा शुल्क के तौर पर 55 सौ रुपये आनलाइन जमा करने की मांग करते हैं।
बता दें, नगर थाना के सिकंदरपुर के रहने वाले मिंटू उपाध्याय ने सीएम नीतीश के जनता दरबार में अपनी फ़रियाद सुनाने के लिए आठ अप्रैल को आनलाइन आवेदन किया। इसमें उसने भूमि विवाद, शांति भंग व भू-माफिया के आतंक से मुक्त कराने की मांग की। इस आनलाइन आवेदन को लेकर सीएम के जनता दरबार से तो फ़ोन नहीं आया, लेकिन ये फ्रॉड दो बार कॉल कर चुके हैं। एक कॉल 14 अप्रैल को आया था और चार मई को उन्हें फ्रॉड का दूसरा फ़ोन भी आ गया।
हालांकि ये फ्रॉड मिंटू उपाध्याय को अपना निशाना नहीं बना सका। इस बारे में डीपीआरओ ने बताया कि सीएम नीतीश के जनता दरबार में रजिस्ट्रेशन करने या अपनी फ़रियाद सुनाने के लिए कोई सेवाशुल्क नहीं है। फरियादियों को बस कुछ प्रक्रिया फॉलो करना पड़ता है, जिसके बाद जनता दरबार से उन्हें बुलाया जाता है। इस मामले को लेकर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह ने बताया कि अगर पैसे की डिमांड को लेकर ऐसा कोई फ्रॉड कॉल आता है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी।