DESK: लखनऊ में सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि मैं आज डंके की चोट पर कहने आया हूं कि जिसको विरोध करना है वह करें, लेकिन सीएए वापस नहीं होने वाला है. शरणार्थियों के आने का सिलसिला चल रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्षों से प्रताड़ित लोगों को उनके जीवन का नया अध्याय शुरू करने का मौका दिया हैं.
कांग्रेस के पाप के कारण देश के दो टुकड़े हुए
शाह ने कहा कि कांग्रेस के पाप के कारण धर्म के आधार पर भारत के दो टुकड़े हुए. पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की संख्या कम होती रही. आखिर कहां गए ये लोग? कुछ लोग मार दिए गए, कुछ का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया. इस बिल में किसी की नागरिकता लेने का प्रावधान नहीं है. पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों पर वहां अत्याचार हुए, वहां उनके धार्मिक स्थल तोड़े जाते हैं. वो लोग वहां से भारत आए हैं. ऐसे शरणार्थियों को नागरिकता देने का ये बिल है.
फैलाया जा रहा भ्रम, चर्चा करने का दिया चैलेंज
शाह ने कहा कि देश में सीएए के खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है, दंगे कराए जा रहे हैं. सीएए में कहीं पर भी किसी की नागरिकता लेने का कोई प्रावधान नहीं है, इसमें नागरिकता देने का प्रावधान है. इस बिल को लोकसभा में मैंने पेश किया है. मैं विपक्षियों से कहना चाहता हूं कि आप इस बिल पर सार्वजनिक रूप से चर्चा कर लो. ये अगर किसी भी व्यक्ति की नागरिकता ले सकता है, तो उसे साबित करके दिखाओ. नरेंद्र मोदी सीएए लेकर आए हैं. कांग्रेस, ममता बनर्जी, अखिलेश, मायावती, केजरीवाल सभी इस बिल के खिलाफ भ्रम फैला रहे हैं. सीएए पर विरोधी पार्टियां दुष्प्रचार करके और भ्रम फैला रही हैं. इसीलिए भाजपा जन जागरण अभियान चला रही है, जो देश को तोड़ने वालों के खिलाफ जन जागृति का अभियान.