इस फोरलेन के बनने से कम होगी बिहार से झारखंड की दूरी, इन जिलों को भी मिलेगा फायदा National Herald: नेशनल हेराल्ड पर बोले डिप्टी सीएम सम्राट... “कांग्रेस ने देश को लूटा, आजादी के सेनानियों का किया अपमान” Success Story: बिना कोचिंग के बिहार की बेटी UPSC क्रैक कर बनीं IAS, दूसरे प्रयास में हासिल किया 208 रैंक प्रेमिका से मिलने की सजा: घरवालों ने सेविंग ब्लेड से काटा युवक का प्राइवेट पार्ट, अस्पताल में ज़िंदगी-मौत की जंग Amrit Bharat Station Scheme: अमृत भारत योजना के तहत जमालपुर और नव-निर्मित मुंगेर स्टेशन का डीआरएम मनीष गुप्ता ने किया स्थलीय निरीक्षण Bihar Education News: महिला शिक्षक को परेशान करना शराबी BEO को पड़ा महंगा, पहले जेल फिर निलंबन, जेल से निकलते फिर हुए सस्पेंड Bengal violence: कांग्रेस सांसद का बीजेपी ,आरएसएस पर हमला, कहा... बंगाल की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, देश में फैलाना चाहते हैं धार्मिक उन्माद Bihar News: प्रेमिका को घर छोड़ने गए युवक की दुर्घटना में मौत, परिजनों ने साजिशन हत्या के लगाए आरोप Bihar News: सासाराम में बाबा साहब की पोस्टर फाड़े जाने पर बवाल, सड़क जाम Bihar Politics: NDA में शामिल होने की अटकलों पर मुकेश सहनी ने लगाया विराम, कहा- बिहार में तेजस्वी के नेतृत्व में बनेगी सरकार
16-Apr-2025 09:42 AM
By KHUSHBOO GUPTA
Bihar Farming News: बिहार सरकार बिहार के किसानों को स्वीट कॉर्न और बेबी कॉर्न की खेती के लिए मदद करेगी। कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने पटना में मुजफ्फरपुर के लक्ष्मण नगर निवासी प्रगतिशील किसान उमा शंकर सिंह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उमा शंकर सिंह की खेती से जुड़ी नवाचारपूर्ण उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने विभाग की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया। दरअसल उमा शंकर सिंह ऐसे किसानों में से एक हैं जो लगभग 10 एकड़ भूमि पर खेती करते हैं। इतना ही नहीं वह पारंपरिक खेती से हटकर केले, हल्दी, स्वीट कॉर्न और बेबी कॉर्न फसलों की खेती शुरू की है। उन्हें उनके प्रयासों से बेहतर आमदनी भी हो रही है।
बिहार में कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि राज्य में फसल विविधीकरण के तहत स्वीट कॉर्न और बेबी कॉर्न की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। किसानों को हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को प्रोत्साहित करना कृषि विभाग की प्राथमिकता है।कृषि में विविधीकरण और मूल्य वर्धित फसलों की ओर बढ़ने से किसानों की आमदनी में काफी वृद्धि संभव है। कृषि सचिव ने कहा कि किसान राज्य के कृषि परिदृश्य को सकारात्मक दिशा में ले जा रहे हैं।
कृषि सचिव ने बताया कि विभाग की विभिन्न योजनाओं के तहत उच्च मूल्य फसलों की खेती के लिए 75 फीसदी तक अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। गर्म मौसम के लिए फिलहाल बीज अनुदान की दर बेबी कॉर्न के लिए 50 फीसदी या 500 रु.प्रति किलोग्राम, तथा स्वीट कॉर्न के लिए 50 प्रतिशत या 1500 रु. प्रति किलोग्राम निर्धारित है। विभिन्न जिलों में किसान इन फसलों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। किसानों की बढ़ती रुचि को देखते हुए विभाग इन फसलों के लिए तकनीकी मार्गदर्शन, प्रशिक्षण और बाजार से जोड़ने पर बल दे रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में फसल विविधीकरण को बढ़ावा देना और किसानों को मूल्यवर्धित कृषि की ओर प्रेरित करना विभाग की प्राथमिकताओं में शामिल है। इससे न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी, बल्कि कृषि क्षेत्र में स्थायित्व और नवाचार को भी बल मिलेगा।