RSS: ‘सोने की चिड़िया’ नहीं, भारत को अब ‘शेर’ बनना है, दुनिया को सिर्फ शक्ति की भाषा समझ आती है: मोहन भागवत Bihar News: हमेशा के लिए बदल जाएगी बिहार के इस जिले की तस्वीर, 106 योजनाओं पर खर्च होंगे ₹59 करोड़ Bihar News: 2020 विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार होंगे कम मतदाता, पिछली बार 2005 में हुआ था ऐसा INDvsENG: टेस्ट क्रिकेट में भारत ने बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 148 साल से नहीं हुआ था यह कारनामा Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट, वज्रपात को लेकर भी IMD ने किया सावधान अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त
05-Apr-2022 12:44 PM
DESK : श्रीलंका में महंगाई चरम पर है. श्रीलंका दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गया है. श्रीलंका की ऐसी बदहाली पर शिवसेना नेता संजय राउत ने पीएम मोदी को चेताया है. संजय राउत ने कहा, श्रीलंका की परिस्थिति बहुत चिंताजनक है. भारत भी उसी मोड़ पर है। हमें इस परिस्थिति को संभालना होगा नहीं तो श्रीलंका से भी ज़्यादा खराब स्थिति हमारी हो सकती है.
बता दें कि श्री लंका भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. खाने-पीने की वस्तुओं से लेकर हर चीज के दाम बढ़े हैं. लोगों का घर में बैठना भी मुहाल है क्योंकि 13-13 घंटे बिजली की कटौती हो रही है. इस हालात के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट रहा है. नागरिक अपनी बुनियादी जरुरतों के लिए सड़क पर आ गए हैं. वो सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
श्रीलंका के दिवालिया होने में सरकार की गलत नीतियां सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. जिसमें एक बड़ी गलती जनता को लुभाने के लिए मुफ्त का खेल भी है, ये खेल भारत में भी तेजी से पनप रहा है. श्रीलंका पर 51 अरब डॉलर के कर्ज का बोझ है. चीन का श्रीलंका के ऊपर 5 बिलियन डॉलर से ज्यादा का कर्ज है.
भारत और जापान जैसे देशों के अलावा आईएमएफ (IMF) एशियन डवलैपमेंट बैंक जैसे संस्थानों का भी लोन उधार है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2021 तक श्रीलंका के ऊपर कुल 35 बिलियन डॉलर का विदेशी कर्ज था, जो अब 51 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है.