बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा
24-Apr-2022 06:17 PM
DESK : इन दिनों शादी समारोहों का समय चल रहा है। ऐसे में बाजारों में भी काफी भीड़ देखने को मिल रही है। बस अड्डा हो या फिर रेलवे स्टेशन, लोग बिना मास्क लगाए कहीं भी आ जा रहे हैं। लोगों में लापरवाही साफ तौर पर देखने को मिल रही है। कोरोना की तीसरी लहर में ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर चिंता जताई जा रही थी। हालांकि, गनीमत रही कि इससे जुड़ा एक भी मामला अभी तक देखने को नहीं मिला। अब पार्ट-2 यानी (XE) वेरियंट पर असमंजस है कि यह कितना खतरनाक रहेगा और कितनी तेजी से फैलेगा। इस बात का स्वास्थ्य विभाग जांच कर रही है।
माना जा रहा है कि संक्रमित लोगों में ऑक्सीजन लेवल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कोरोना के टीके की वजह से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ चुकी है, इसलिए इस बिमारी से सिर्फ उन्हें ख़तरा है जिन्हें पहले से कोई रोग है। बीते कुछ दिनों से लोग एक बार फिर से कोरोना संक्रमित हो रहे है। जिसके बाद राज्य सरकार भी एक्शन में आ गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस का असर तीसरी लहर की तरह ही मामूली प्रभाव वाला रहेगा। क्योंकि ज्यादातर लोगों ने कोरोना का बूस्टर डोज ले लिया है। संक्रमित हो रहे लोगों की ऑक्सीजन स्तर घटने की सूचना अभी तक नहीं आई है। माना जा रहा है कि नया वायरस ओमिक्रोन से 10 गुना अधिक तेजी से फैल सकता है। लेकिन अभी तक इसकी पुस्टि नहीं की गई है।
ओमिक्रोन फैलने के दौरान पिछले साल नवंबर के तीसरे सप्ताह से लेकर मार्च के दूसरे सप्ताह तक प्रयागराज में लगभग सात हजार से भी अधिक लोग संक्रमित हुए थे। एक दिन में अधिकतम 505 लोग संक्रमित पाया गए थे। करीब एक सैकड़ा सैंपल जीनोम सीक्वेंस जांच के लिए लखनऊ भेजा गया था। लेकिन किसी भी सैंपल में ओमिक्रोन नहीं पाया गया।
आपको बता दें कि स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में फिजीशियन और कोविड वार्ड के अधीक्षक डा. सुजीत वर्मा का ने बताया कि इन दिनों काफी सतर्क रहने की जरूरत है। अगर कोई संक्रमित है तो घबराने की जरुरत नहीं है। क्योंकि तीसरी लहर माइल्ड थी, इसलिए आने वाले समय में स्थितियां सामान्य हो सकती है।