ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन हुए सस्पेंड, AES से निपटने की तैयारियों में लापरवाही बरतने का आरोप

 मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन हुए सस्पेंड, AES से निपटने की तैयारियों में लापरवाही बरतने का आरोप

12-Apr-2022 04:11 PM

DESK: AES के कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र कुमार पर लगा है। अपने कर्तव्य एवं दायित्व के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने के आरोप में उन्हें सस्पेंड किया गया है। बिहार सरकार के उप सचिव शैलेश कुमार ने कार्रवाई की है।


मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों 7 अप्रैल को AES, JE बीमारी से बचाव, रोकथाम और जागरूकता को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी। जिसमे सिविल सर्जन गायब पाए गये थे। बिना किसी सूचना के वे जिले से बाहर थे। वही 8 अप्रैल को अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एईएस को लेकर कई प्रखंडों का भ्रमण किया। 


अपर मुख्य सचिव ने एइएस को लेकर आधी अधूरी तैयारियों को देख जब सिविल सर्जन से मिलने पहुंचे तब वे गायब मिले। बताया गया कि सिविल सर्जन जिले से बाहर गये हुए हैं। सिविल सर्जन की इसी लापरवाही को लेकर अगले आदेश तक उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। बताया जाता है कि तीन महीने पहले ही सिविल सर्जन ने योगदान दिया था। 


अपने तीन महीने के कार्यकाल में सिविल सर्जन ने एक ऐसा काम किया कि वे चर्चा में बने रहे। उन्होंने एंटीजन किट घोटाले के मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी हेल्थ मैनेजर प्रवीण कुमार को पिछले महीने योगदान करवाया। जबकि पूर्व सिविल सर्जन  डॉ. विनय शर्मा ने उक्त आरोपी को सदर अस्पताल में आने पर रोक लगा दी थी।