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14-May-2022 10:18 AM
DESK: देश में महंगाई को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दिया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं के दानों में बेतहाशा वृद्धि के बाद केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है। गेहूं के निर्यात को प्रतिबंधित सामानों की कैटेगरी में शामिल किया गया है। विदेश व्यापार महानिदेशालय ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर सरकार के इस फैसले की जानकारी दी।
केंद्र सरकार ने खाद्यान्न की कीमतों को नियंत्रित रखने, खाद्य सुरक्षा को सुनिश्ति करने और पड़ोसी देशों का ख्याल रखते हुए भी यह निर्णय लिया है। जिन देशों के लिए सरकार अनुमति देगी, सिर्फ उन्हीं देखों में गेहूं का निर्यात हो सकेगा। इसके लिए सरकार जरूरतमंद देशों के आग्रह के आधार पर फैसला लेगी।
सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि भारत सरकार देश में, पड़ोसी देशों और अन्य विकासशील देशों को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। खासकर उन देशों को जहां वैश्विक बाजार में गेहूं की कीमतों में आए बदलाव का विपरित असर पड़ा है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण वैश्विक स्तर पर गेहूं की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है। दोनों देश गेहूं के बड़े उत्पादक देश हैं और युद्ध के कारण इन देशों से गेहूं की आपूर्ति बाधित हुई है। वैश्विक बाजार से लेर घरेलू बाजार में भी गेहूं की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है।