RSS: ‘सोने की चिड़िया’ नहीं, भारत को अब ‘शेर’ बनना है, दुनिया को सिर्फ शक्ति की भाषा समझ आती है: मोहन भागवत Bihar News: हमेशा के लिए बदल जाएगी बिहार के इस जिले की तस्वीर, 106 योजनाओं पर खर्च होंगे ₹59 करोड़ Bihar News: 2020 विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार होंगे कम मतदाता, पिछली बार 2005 में हुआ था ऐसा INDvsENG: टेस्ट क्रिकेट में भारत ने बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 148 साल से नहीं हुआ था यह कारनामा Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट, वज्रपात को लेकर भी IMD ने किया सावधान अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त
13-Jul-2020 04:55 PM
DESK : कोरोना काल में IRDAI की तरफ से जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों को शॉर्ट टाइम पीरियड के लिए ‘कोरोना कवच’ हेल्थ पॉलिसी लॉन्च करने की हरी झंडी मिल गई है. IRDAI की अनुमति के बाद बिमा कंपनियां शॉर्ट टाइम पीरियड के लिए इंश्योरेंस कर सकती हैं. ये इंश्योरेंस पॉलिसी साढ़े तीन महीने, साढ़े छह महीने औैर साढ़े नौ महीने की अवधि केलिए ली जा सकती है.
कोरोना काल में अपने बचाव के लिए आप पचास हजार रुपये से लेकर पांच लाख रुपये तक का बिमा करवा सकते हैं. इसके लिए IRDAI ने कुछ बिमा कंपनियों को बिमा लेन की अनुमति दी है. इन कंपनियों में एसबीआई जनरल इंश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड, एचडीएफसी एर्गो, मैक्स बूपा, बजाज अलयांस, भारती एक्सा और टाटा एआईजी शामिल हैं.
एक ही बार प्रीमियम का पेमेंट करना होगा
‘कोरोना कवच’ के लिए प्रीमियम भुगतान सिर्फ एक बार करना होगा और पूरे देश में प्रीमियम राशि एक समान होगी. कोरोना कवच बीमा पॉलिसी पेश करते हुए बजाज आलियांज जनरल इंश्योंरेंस ने कहा कि इसमें मूल कवर का प्रीमियम 447 से 5,630 रुपये होगा. हालांकि इसमें जीएसटी जुड़ा हुआ नहीं है. यह राशि व्यक्ति की उम्र, बीमित राशि और पॉलिसी की अवधि के हिसाब से अलग-अलग होगी. नई स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी के तहत सरकारी मान्यता प्राप्त जांच घर में जांच के बाद कोरोना संक्रमण का मामला पाया जाता है तो उसके इलाज में अस्पताल में भर्ती होने का चिकित्सा खर्च उठाया जाएगा.
एचडीएफसी एर्गो के मुताबिक अगर मरीज को कोविड-19 के साथ कोई दूसरी बीमारी है तो उसके इलाज में होने वाला खर्च भी इसमें कवर होगा. यदि बीमित व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो जाता है तो अस्पताल में भर्ती होने पर रोड एंबुलेंस का खर्च भी इसके दायरे में आएगा. साथ ही पॉलिसी में 14 दिन तक देखभाल का खर्च भी शामिल है. यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो अपना इलाज घर में ही करवाना चाहते हैं. इस पालिसी में आयुर्वेद, होम्योपैथ और दूसरे पारंपरिक इलाज के विकल्प भी शामिल हैं.