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31-Mar-2023 09:33 AM
By First Bihar
PATNA: बिहार सरकार द्वारा मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की लगातार कोशिश कर रही है. इस क्रम में बिहार के सभी प्रखंड स्तर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बदला जा रहा है. इससे ग्रामीण हॉस्पिटल में मरीजों के लिए लगभग 13 हजार अतिरिक्त बेड उपलब्ध हो जायेंगे.
बता दें स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस साल 173 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 30-30 बेड का निर्माण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इससे राज्य में 5190 अतिरिक्त बेड इसी साल उपलब्ध हो जायेंगे.
बिहार के 434 प्रखंडों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण करना है. जिसमें से अभी तक 261 प्रखंडों में 30-30 बेड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण किया जा चुका है. जिसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 7800 बेड उपलब्ध हो चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा अनुमोदित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी में 212 प्रकार की, जबकि एडमिट मरीजों को 97 प्रकार की मुफ्त दवाएं उपलब्ध कराने का लाभ मरीजों को मिलेगा.
इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण होने के बाद यहां पर 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध रहेगा. और साथ साथ मरीजों को विशेषज्ञ चिकित्सकों में सर्जन, फिजिशियन, स्त्री रोग विशेषज्ञ व शिशु रोग विशेषज्ञ की सेवाएं बहाल हो जायेंगी. मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को प्रसव कक्ष की सुविधा उपलब्ध होगी जहां पर 24 घंटे प्रसव संभव होगा. इसके साथ ही यहां पर ऑपरेशन थियेटर की सुविधा के अलावा एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी की सेवाएं बहाल हो जायेंगी. प्रखंडों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाएं बहाल होने से जिला के हॉस्पिटल में और मेडिकल कॉलेजों पर मरीजों का दवाब कम होगा. साथ ही स्थानीय स्तर पर इलाज की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी.