ब्रेकिंग न्यूज़

RSS: ‘सोने की चिड़िया’ नहीं, भारत को अब ‘शेर’ बनना है, दुनिया को सिर्फ शक्ति की भाषा समझ आती है: मोहन भागवत Bihar News: हमेशा के लिए बदल जाएगी बिहार के इस जिले की तस्वीर, 106 योजनाओं पर खर्च होंगे ₹59 करोड़ Bihar News: 2020 विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार होंगे कम मतदाता, पिछली बार 2005 में हुआ था ऐसा INDvsENG: टेस्ट क्रिकेट में भारत ने बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 148 साल से नहीं हुआ था यह कारनामा Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट, वज्रपात को लेकर भी IMD ने किया सावधान अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त

असम की महिला इलाज कराने आई पटना के सरकारी हॉस्पिटल में, 7 लाख का इलाज 7 हजार में कर डॉक्टरों ने पेश की मिसाल

असम की महिला इलाज कराने आई पटना के सरकारी हॉस्पिटल में, 7 लाख का इलाज 7 हजार में कर डॉक्टरों ने पेश की मिसाल

13-Feb-2020 04:05 PM

PATNA: बिहार के लोगों को सरकारी हॉस्पिटलों पर भरोसा कम होता है. लेकिन असम के लोगों के बीच बिहार के हॉस्पिटलों में दिल्ली एम्स से कम भरोसा नहीं है. असम की महिला पटना के सरकारी हॉस्पिटल लोकनायक जयप्रकाश हॉस्पिटल राजवंशीनगर में इलाज करा रही हैं. यहां पर उस महिला की गंभीर बीमारी का इलाज हो रहा है. इस हॉस्पिटल में पहली बार स्पाइनल ट्यूमर का ऑपरेशन किया गया है. इस बीमारी से महिला पीड़ित थी. जो अब ठीक हो रही है. 

असम में 1 लाख खर्च के बाद भी नहीं हुई ठीक, यहां 7 हजार में हो गया इलाज

असम के डिब्रूगढ़ की रहने वाली महिला रीना बरूआ को स्पाइनल ट्यूमर की बीमारी थी, असम के कई बड़े हॉस्पिटलों में इलाज कराया, इलाज में एक लाख रुपए से अधिक खर्च हो गया. लेकिन फिर भी वह ठीक नहीं हो पाई. किसी ने पटना के राजवंशीनगर हॉस्पिटल के बारे में बताया वह महिला अपने दो बेटे के साथ आई. महिला की स्थिति देख पहले तो डॉक्टर ने सोच में पड़ गए कि आखिर कैसे यह होगा, लेकिन न्यूरो सर्जन श्याम किशोर ने ऑपरेशन करने का फैसला किया और अपने सहयोगियों के साथ इसका सफल ऑपरेशन किया. फर्स्ट बिहार से बातचीत में डॉ. श्याम किशोर ने बताया कि इस बीमारी की अगर महिला किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑपरेशन कराती थी तो कम से कम 5-7 लाख रुपए खर्च होता, लेकिन यहां पर मुफ्त में ऑपरेशन हुआ है. दवा में सिर्फ 7 हजार रुपए खर्च हुआ. 

चल नहीं पाती थी महिला मरीज

डॉक्टर श्याम किशोर ने बताया कि रीना बरूआ स्पाइनल ट्यूमर के कारण दोनों पैर से चल नहीं पाती थी, लेकिन अब ऑपरेशन के बाद पैरों में मूवमेंट आ गया है. वह पैर चलाने लगी है. इस महिला को उसके पैरों पर चलाकर हमलोग यहां से भेजेंगे. रीना के बेटे सुरदीप ने बताया कि मां की बीमारी को लेकर पूरा परिवार परेशान था, लेकिन यहां के डॉक्टरों ने मां को ठीक कर दिया और नया जीवन दिया है.