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2025 में 21 से ज्यादा खिलाड़ी कर चुके संन्यास की घोषणा, इनमें से 7 Team India के

Team India: 2025 में 7 भारतीय खिलाड़ियों ने संन्यास लिया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निकोलस पूरन, हेनरिक क्लासेन जैसे युवा सितारों के फैसलों ने फैंस को चौंकाया.. यहाँ देखें पूरी लिस्ट..

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 04 Sep 2025 09:43:04 PM IST

Team India

प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google

Team India: साल 2025 क्रिकेट जगत के लिए यादगार तो काफी रहा लेकिन साथ ही इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से प्लेयर्स के रिटायरमेंट्स की बाढ़ ने फैंस के निराश भी खूब किया। इस साल IPL में RCB की जीत के जश्न में हुई भगदड़ से 11 फैंस की मौत जैसी त्रासदी के अलावा साउथ अफ्रीका का WTC फाइनल जीतना भी एक बड़ा हाइलाइट रहा। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा रिटायरमेंट्स की हुई, इस साल अब तक 21 से ज्यादा खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है। जबकि भारत के 7 दिग्गजों ने संन्यास लिया, जिनमें रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। वहीं, दुनिया के अलग-अलग देशों के कुछ सितारों ने भी अपनी उम्र या फॉर्म ठीक होने के बावजूद अचानक संन्यास का फैसला लेकर सबको चौंका दिया।


भारतीय टीम के लिए तो 2025 विशेष तौर पर रिटायरमेंट का साल साबित हुआ है। सबसे पहले जनवरी में वरुण आरोन ने सभी फॉर्मेट्स से संन्यास लिया, जिन्होंने अपने करियर में 9 टेस्ट और 9 ODI में 29 विकेट लिए लेकिन चोटों ने उनका करियर बर्बाद कर दिया। फिर फरवरी में ऋद्धिमान साहा ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट को अलविदा कहा, जिन्होंने 40 टेस्ट में 1353 रन बनाए थे और 92 कैच लिए। मई में रोहित शर्मा ने टेस्ट से रिटायरमेंट लिया (67 टेस्ट, 4301 रन), वे पहले ही T20I से बाहर हो चुके थे।


उनके पांच दिन बाद विराट कोहली ने भी टेस्ट को टाटा टाटा कहा (123 टेस्ट, 9230 रन, 30 शतक), जबकि यह कोहली का सबसे पसंदीदा फॉर्मेट था। जून में पीयूष चावला ने सभी फॉर्मेट्स छोड़े (35 मैच, 43 विकेट), वह 2007 T20 और 2011 ODI वर्ल्ड कप विजेता थे। अगस्त में चेतेश्वर पुजारा ने रिटायरमेंट लिया (103 टेस्ट, 7195 रन, 19 शतक) और हाल ही में अमित मिश्रा ने भी संन्यास की घोषणा कर दी है। इन फैसलों से टीम इंडिया का अनुभव तो कम हुआ लेकिन युवाओं को काफी मौका मिल रहा।


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई चौंकाने वाले रिटायरमेंट हुए। न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल ने जनवरी में सभी फॉर्मेट्स छोड़े (198 ODI, 7346 रन)। बांग्लादेश के तमीम इकबाल ने दूसरी बार संन्यास लिया (70 टेस्ट, 15249 रन कुल), वह उम्र के साथ फॉर्म स्लंप से जूझ रहे थे। अफगानिस्तान के शापूर जादरान ने जनवरी में अलविदा कहा (44 ODI, 80 विकेट)। श्रीलंका के दिमुथ करुणारत्ने ने फरवरी में रिटायरमेंट लिया (100 टेस्ट, 7222 रन)। लेकिन सबसे शॉकिंग निकोलस पूरन का संन्यास था।


वह 29 साल की उम्र में जून में सभी फॉर्मेट्स से बाहर हो गए (106 T20I, 2275 रन, WI का रिकॉर्ड) और पूरन ने IPL और लीग्स पर फोकस करने का फैसला लिया है। वहीँ, हेनरिक क्लासेन (33 साल) ने जून में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ा (60 ODI, 1638 रन), उन्होंने यह फैसला परिवार और फ्रेंचाइजी के लिए लिया। जिसके बाद आंद्रे रसेल ने जुलाई में WI से अलविदा कहा (86 T20I, 1122 रन)। ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ ने ODI से रिटायरमेंट लिया (170 ODI, 5800 रन), मार्कस स्टोइनिस ने ODI छोड़े (71 ODI, 1495 रन), ग्लेन मैक्सवेल ने ODI को अलविदा कहा (149 ODI, 3990 रन), मुश्फिकुर रहीम ने ODI से (274 ODI, 7795 रन) और मिचेल स्टार्क ने सितंबर में T20I से संन्यास लिया।


इनमें से कई युवा थे, जिन्होंने फ्रेंचाइजी क्रिकेट को प्राथमिकता दी, यह फैंस के लिए बहुत बड़ा सरप्राइज जैसा था। ये रिटायरमेंट्स क्रिकेट के बदलते दौर को काफी अच्छी तरह से दिखाते हैं कि कैसे अब T20 लीग्स का हर जगह बोलबाला है। बाकी 4 महीनों में यह संन्यास वाला आंकड़ा 30 के पार भी जा सकता है।