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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 19 May 2025 03:51:30 PM IST
एशिया कप 2025 - फ़ोटो GOOGLE
Asia Cup 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में 8 मई को संघर्षविराम (सीजफायर) की घोषणा हुई थी, लेकिन दोनों देशों के रिश्तों में तनाव अब भी बना हुआ है। इस कूटनीतिक और सुरक्षा संबंधी तनाव का असर अब खेल, विशेषकर क्रिकेट पर भी दिखने लगा है। सूत्रों के अनुसार, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) को मौखिक रूप से यह सूचित कर दिया है कि भारत एशिया कप 2025 में भाग नहीं लेगा, साथ ही इस टूर्नामेंट की मेजबानी भी नहीं करेगा।
इसके अलावा, भारत ने अपनी महिला इमर्जिंग टीम को भी वूमेन्स इमर्जिंग टीम्स एशिया कप 2025 से बाहर रखने का निर्णय लिया है, जो कि अगले महीने श्रीलंका में आयोजित होने वाला था। भारत के बाहर होने के बाद यह टूर्नामेंट रद्द कर दिया गया है। BCCI का यह कदम पाकिस्तान को क्रिकेट के मैदान में भी अलग-थलग करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
गौरतलब है कि वर्तमान में एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी हैं, जो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के भी चेयरमैन हैं। इस स्थिति ने राजनीतिक और क्रिकेट दोनों ही स्तर पर समीकरणों को और जटिल बना दिया है। अगर भारत एशिया कप 2025 से हटता है तो टूर्नामेंट की मेजबानी और ब्रॉडकास्टिंग पर सीधा असर पड़ेगा। भारत-पाकिस्तान मैच दुनियाभर के ब्रॉडकास्टरों और स्पॉन्सर्स के लिए बड़ा आर्थिक आकर्षण होता है। पिछली बार सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया ने एशिया कप के 170 मिलियन अमेरिकी डॉलर में आठ साल के लिए राइट्स खरीदे थे। अगर भारत भाग नहीं लेता, तो इस डील की पुनः समीक्षा करनी पड़ सकती है।
वर्तमान में ACC के पांच फुल सदस्य हैं – भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान। ब्रॉडकास्टिंग से होने वाली कमाई में इन्हें 15-15% का हिस्सा मिलता है। शेष राशि एसोसिएट्स और अन्य क्रिकेट बोर्ड्स में बांटी जाती है। इस साल सितंबर में भारत की मेजबानी में एशिया कप का आयोजन होना था, जो अब अधर में लटका है। बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा है कि बोर्ड भारत सरकार की नीति का पालन करेगा। यदि पाकिस्तान टूर्नामेंट का हिस्सा होता है, तो भारत सिर्फ न्यूट्रल वेन्यू पर खेलने पर विचार करेगा। दुबई और श्रीलंका इसके संभावित विकल्प बताए जा रहे हैं।
2023 का एशिया कप ‘हाइब्रिड मॉडल’ के तहत आयोजित किया गया था जिसमें भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखा गया था। दोनों टीमों के बीच दो मुकाबले हुए, जिनमें एक बारिश की भेंट चढ़ गया। भारत ने फाइनल में श्रीलंका को हराकर खिताब जीता था। इसके बाद बीसीसीआई ने ICC को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया था कि भारत और पाकिस्तान को भविष्य के ग्लोबल टूर्नामेंट्स में एक ही ग्रुप में ना रखा जाए, जिससे ग्रुप चरण में आमने-सामने आने की संभावना कम हो सके।
हालांकि, आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025, जिसमें पाकिस्तान ने क्वालिफाई कर लिया है, वह भारत में 26 सितंबर से 2 नवंबर तक होना है। पाकिस्तान ने पहले ही भारत में मैच नहीं खेलने की नीति पर अडिग रुख अपनाया है। अब देखना होगा कि आईसीसी इस पर क्या निर्णय लेती है – क्या पाकिस्तान के मैच न्यूट्रल वेन्यू पर होंगे या वह टूर्नामेंट से हटेगा?
भारत और पाकिस्तान के बीच भू-राजनीतिक तनाव का असर अब केवल कूटनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सीधे क्रिकेट जैसी वैश्विक रुचि वाली गतिविधियों को भी प्रभावित कर रहा है। बीसीसीआई का यह निर्णय खेल से ज्यादा एक रणनीतिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। अब निगाहें एसीसी और आईसीसी की बैठकों पर टिकी हैं, जहां इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।