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Magha purnima 2025: माघ पूर्णिमा का महत्व और पूजा विधि, भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति का अवसर

माघ माह की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व सनातन धर्म में है, खासकर भगवान विष्णु की पूजा के संदर्भ में। इस दिन को भगवान विष्णु के आशीर्वाद से जीवन में सुख-समृद्धि, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है।

Magha purnima 2025

Magha purnima 2025: सनातन धर्म में पूर्णिमा तिथि का अत्यधिक महत्व है, और विशेष रूप से माघ माह की पूर्णिमा तिथि को विशेष धार्मिक महत्व प्राप्त है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इस दिन उनकी पूजा करने से घर की दरिद्रता दूर होती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। माघ पूर्णिमा के दिन विशेष रूप से श्री सत्यनारायण पूजा का आयोजन किया जाता है, जो आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए बेहद प्रभावी मानी जाती है।


माघ पूर्णिमा के महत्व को समझना

माघ माह की पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा का खास महत्व है। यह दिन भगवान विष्णु के भक्तों के लिए एक विशेष अवसर है, जब वे अपने घर और जीवन में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की कामना करते हैं। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से घर में दरिद्रता समाप्त होती है और व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। साथ ही, माघ पूर्णिमा के दिन विशेष उपायों से जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।


माघ पूर्णिमा शुभ मुहूर्त

माघ पूर्णिमा इस वर्ष 12 फरवरी को मनाई जाएगी, जिसकी शुरुआत 11 फरवरी को शाम 06 बजकर 55 मिनट से होगी और समाप्ति 12 फरवरी को शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगी। इस दिन चंद्रोदय संध्याकाल 05 बजकर 59 मिनट पर होगा। इस दिन का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा के साथ-साथ कई शुभ योग भी बनते हैं, जैसे सौभाग्य योग और शोभन योग, जो व्यक्ति की आर्थिक स्थिति में सुधार और सुख-समृद्धि की प्राप्ति में सहायक होते हैं।


माघ पूर्णिमा पूजा विधि

माघ पूर्णिमा के दिन एक विशेष पूजा विधि है, जो साधक को सुख और समृद्धि प्रदान करती है:

ब्रह्म बेला में उठें: माघ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म बेला में उठकर भगवान विष्णु को प्रणाम करें।

घर की सफाई और शुद्धिकरण: घर की साफ-सफाई करें और गंगाजल छिड़ककर घर को शुद्ध करें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

गंगाजल से स्नान: सभी कामों से निवृत्त होकर गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें। यदि संभव हो तो गंगा नदी में स्नान करना सबसे अधिक फलदायी माना जाता है।

सूर्य देव की पूजा: सूर्य देव को जल अर्पित करने के बाद भगवान विष्णु और लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करें।

सत्यनारायण व्रत कथा: पूजा के समय सत्यनारायण जी की व्रत कथा का पाठ करें, जिससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।

आरती और भोग: पूजा के बाद भगवान विष्णु को फल, फूल, धूप, दीप आदि अर्पित करें और पूजा का समापन आरती से करें।


माघ पूर्णिमा के साथ जुड़ी शुभ योग

माघ पूर्णिमा पर कई शुभ योगों का निर्माण हो रहा है, जिनमें प्रमुख रूप से सौभाग्य योग और शोभन योग शामिल हैं। इन योगों के प्रभाव से पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी और साथ ही सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिल सकेगी।


माघ पूर्णिमा का दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा के लिए आदर्श है। इस दिन की पूजा विधि को श्रद्धा भाव से करने से व्यक्ति को सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से आर्थिक तंगी और दरिद्रता से उबरने के लिए यह दिन एक उत्तम अवसर है। इसलिए, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है।