PATNA: मंत्री नीरज कुमार के “बिहार केसरी” विवेका पहलवान के पास कितने हथियार हैं? विवेका पहलवान के गुर्गे चंदन सिंह का एक और सनसनीखेज वीडियो वायरल हुआ है. एक गाड़ी में वो तीन रायफलों के साथ बेखौफ घूम रहा है. ये वही चंदन सिंह है जो विवेका के घऱ में बैठकर दो-दो AK-47 चमका रहा था. विवेका पहलवान के गुर्गों की हर रोज हथियार के सारे वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों से लग रहा है पटना का बाढ़ चंबल से भी खतरनाक इलाका हो गया है. इतना तो तय हो गया है कि बाढ से लेकर मोकामा तक के इलाके में पुलिस का इकबाल मटियामेट हो गया है.
https://www.youtube.com/watch?v=XmOKq0yMw_Q
एक और सनसनीखेज वीडियो
आज वायरल हुए इस वीडियो को देखिये. ये वही चंदन सिंह है जिसका तीन दिन पहले AK-47 के साथ वीडियो वायरल हुआ था. विवेका पहलवान के घऱ में बैठकर चंदन सिंह एक साथ दो AK-47 लहरा रहा था. कल इसी चंदन सिंह की दूसरी तस्वीर जारी हुई जिसमें वो विवेका पहलवान के घर में ही एक रायफल लेकर बैठा था. आज तीसरा वीडियो सामने आया है, इसमें वो एक गाडी में बैठा है और तीन आधुनिक रायफल उसी गाड़ी में रखे हुए दिख रहे हैं. गाड़ी में मौजूद रायफल को देखकर लग रहा है कि वो आधुनिक हैं.
क्या ये भी प्लास्टिक के हथियार हैं
Ak-47 वाला पहला वीडियो जारी होने के बाद विवेका पहलवान ने एके-47 को प्लास्टिक का खिलौना करार दिया था. हालांकि वीडियो में साफ था कि हथियार असली हैं. अगले दिन चंदन सिंह का वीडियो आया जिसमें उसने विवेका पहलवान से जान पहचान होने से भी इंकार किया था. लेकिन कल राय़फल के साथ उसकी दूसरी तस्वीर जारी हुई और आज तीन अस्त्रों के साथ तीसरी. क्या ये सब हथियार नकली हैं. क्या ये सब खिलौने हैं?
मिट्टी में मिल गया पुलिस का इकबाल
विवेका पहलवान के गुर्गों के लगातार वायरल होते वीडियो ने बिहार पुलिस के इकबाल को मिट्टी में मिला दिया है. तीन दिन पहले दो AK-47 वाला वीडियो जारी होने के बाद भी पुलिस ने रस्म अदायगी की औपचारिक कार्रवाई की. पहले दिन विवेका पहलवान के घऱ पर छापेमारी की औपचारिकता निभायी गयी. अगले दिन चंदन सिंह पर एक केस दर्ज किया गया. विवेका पहलवान खुलेआम घूम रहा है. चंदन सिंह वीडियो जारी कर रहा है. पुलिस की न SIT बनी, न ATS को लगाया गया और न ही NIA से संपर्क साधा गया.
क्या बिहार केसरी का तमगा विवेका का रक्षा कवच बन गया है
दर्जनों बेहद संगीन मामलों के आरोपी विवेका पहलवान को बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ने सार्वजनिक सभा में बिहार केसरी की उपाधि से नवाजा था. मंत्री ने भरी सभा में विवेका पहलवान की तारीफों के पुल बांधे थे. लोग बताते हैं कि मंत्री नीरज कुमार के घऱ पर विवेका पहलवान का नियमित तौर पर आना जाना है. तो क्या यही वो कारण हैं जिसने पुलिस के हाथ बांध दिये हैं. जिसने सरकार की नाक के नीचे सुशासन को मटियामेट कर दिया है. हमने इस बाबत पक्ष जानने के लिए मंत्री नीरज कुमार को फोन किया लेकिन फोन पिक नहीं किया गया. हमारे संवाददाता ने उनके घर पर जाकर भी पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन मंत्री जी बात करने को तैयार नहीं हुए.