BAGAHA: बगहा के वाल्मिकिनगर के रति टोला गांव में एक विशाल किंग कोबरा का रेस्क्यू किया गया। कोबरा की लंबाई करीब 10 फीट है। अजगर के आकार के किंग कोबरा के मिलने के बाद अफरा-तफरी मच गई। गांव से पास एक खेत से वन विभाग की टीम ने विशालकाय सांप को रेस्क्यू कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा।
बताया जाता है कि इस आकार का कोबरा बहुत कम ही मिलता है यह काफी जहरीला होता है। भारत में इसे नागराज के नाम से भी जाना जाता है। जहर के मामले में यह विश्व के 5 सबसे विषैले सांपों में से एक है। भारत में किंग कोबरा को देवता माना जाता है। कोबरा कई दिनों या महीनों तक बिना भोजन के रह सकता हैं। एक बार भर पेट भोजन करने के बाद किंग कोबरा करीब दो साल तक जीवित रह सकता है।
इनका जहर अगर आंखों में चला जाए तो सही इलाज न मिलने पर आंखों की रोशनी भी जा सकती है। इसके डंसने से एक हाथी की भी मौत हो सकती है। इसके काटने से मात्र 30 मिनट में इंसान की मौत हो जाती। कोबरा भी अन्य सांपों की तरह घोंसला बनाते हैं और अपने अंडे देते हैं। मादा कोबरा लगभग 20 अंडे देती है। इसे सिर्फ नेवला ही मार सकता है।