PATNA : राजधानी पटना में एक बार फिर से शरणम हॉस्पिटल जैसा कांड हो सकता है। जी हां, वैशाली के जिस युवक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है उसने पटना के किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना इलाज कराया था। 35 साल के युवक को ब्रेन ट्यूमर है और तबीयत बिगड़ने के बाद वह सबसे पहले पटना के राजेंद्र नगर स्थित से किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुंचा था। प्राइवेट हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा था लेकिन तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद आखिरकार वह एम्स पहुंचा था।
पटना एम्स पहुंचने के बाद इस युवक को आईसीयू स्थिति आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। इस युवक को सांस लेने में लगातार परेशानी हो रही थी। पटना एम्स के डॉक्टरों ने इसके लक्षणों को तुरंत पहचाना और सबसे पहले इसे आइसोलेशन वार्ड में डाला। हालांकि पटना एम्स के डॉ नीरज अग्रवाल ने बताया है कि इस युवक का कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं रहा है और ना ही यह किसी पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने की बात कर रहा है। बावजूद इसके यह पॉजिटिव कैसे हुआ यह जांच का विषय है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग के लिए वैशाली के पॉजिटिव युवक का केस एक मिस्ट्री बन गया है। अब इसके संक्रमण के कनेक्शन को खंगालने में अधिकारी जुटे हुए हैं लेकिन जो सबसे बड़ा खतरा है वह शरणम हॉस्पिटल जैसे कांड की तरफ इशारा कर रहा है। पटना एम्स में एडमिट होने के पहले युवक ने राजेंद्र नगर के जिस प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराया वहां कौन-कौन इसके संपर्क में आया। इसके रिश्तेदार जो इलाज कराने साथ आए थे वह किस गेस्ट हाउस में ठहरे। प्रशासन इन सभी की जांच करने में जुट गया है।