VAISHALI: इस वक्त की बड़ी खबर वैशाली से आ रही है। वैशाली में भी कोरोना अपना पैर तेजी से पसारता जा रहा है। वैशाली DM उदिता सिंह, हाजीपुर सदर SDPO सहित सुरक्षा गार्ड कोरोना संक्रमित हो गये हैं। जिससे पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है।
वैशाली में आज कोरोना के 20 केसेज सामने आएं हैं तो वही यदि बिहार की बात करें तो आज कुल 1659 मामले राज्य में आएं है। सबसे ज्यादा कोरोना के मामले राजधानी पटना में है। पटना में कुल 1015 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आज कोरोना के जो आंकड़े सामने आए है इसे देखकर यह कहा जा सकता है कि कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मंगलवार की तुलना बुधवार को कोरोना के केसेज दोगुना है।
बता दें कि बिहार में 24 घंटे में कोरोना के 1659 नये केस मिले हैं। सबसे ज्यादा केस पटना में 1015 मिले हैं। एक दिन में लगभग दोगुने मरीज बढ़े है। जबकि कल मंगलवार को पटना में 565 मामले सामने आए थे वही बिहार में संक्रमित मरीजों की संख्या 893 थी।
कोरोना का संक्रमण यदि इसी रफ्तार से बढ़ती रही तो स्थितियां और भयावह हो सकती है। इसके लिए कोविड गाइडलाइन का पालन करना बेहद जरूरी है। फर्स्ट बिहार भी अपील करता है कि चेहरे पर मास्क लगाए और दो गज की दूरी बनाए रखें और साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से कोविड-19 मरीजों को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है. इस गाइड लाइन में कई बदलाव किए गए है. केंद्रीय सरकार ने नई गाइडलाइन कर कहा कि कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव आने के 7 दिन बाद और लगातार 3 दिन तक बुखार नहीं आने के बाद होम आइसोलेशन खत्म हो जाएगा और मरीज को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. होम आइसोलेशन पीरियड खत्म होने के बाद मरीज को दोबारा टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है.
कोरोना मरीजों के होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन के अनुसार बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी. वहीं हल्के लक्षण वाले मरीज घर पर रहेंगे, जिसके लिए प्रॉपर वेंटिलेशन रहना जरूरी है. साथ ही मरीज को ट्रिपल लेयर मास्क पहनने की सलाह दी गई।
मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड लेने की, ऐसे मरीज जिनको एचआईवी हो, जिनका ट्रांसप्लांट हुआ हो या कैंसर से पीड़ित हों तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी. और बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले मरीज, जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 93% से ज्यादा हो उन्हें होम आइसोलेशन की अनुमति है. पॉजिटिव होने के बाद होम आइसोलेशन में 7 दिन रहने और लगातार 3 दिन तक बुखार ना रहने पर होम आइसोलेशन खत्म माना जाएगा और दोबारा टेस्ट की जरूरत नहीं होगी.