'तूम मुझे चंदा दो मैं तुम्हें धंधा दूंगा', इलेक्टोरल बॉन्ड पर बोले कन्हैया कुमार ...PM मोदी खा भी रहें हैं और खिला भी रहे हैं

 'तूम मुझे चंदा दो मैं तुम्हें धंधा दूंगा', इलेक्टोरल बॉन्ड पर बोले कन्हैया कुमार ...PM मोदी खा भी रहें हैं और खिला भी रहे हैं

PATNA : चुनावी बॉन्ड योजना के माध्यम से भाजपा पर योजनाबद्ध तरीके से गंभीर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि-जो डाटा आया है वो खुद समझने वाला बात है कि आखिर कौन कितना सच बोल रहा था और किस पार्टी ने क्या कुछ किया है। 


कन्हैया कुमार ने कहा कि - चुनावी बॉन्ड से जो बातें आई है वही बातें तो मैं पहले से कहता रहा हूं। पहले किसी कंपनी पर ईडी सीबीआई का रेड होता है उसके बाद वह कंपनी भाजपा को चंदा दे देती है। उसके बाद यह केस चलना बंद हो जाता है। इसी मॉडल पर तो हम लोग हमेशा से बोलते आए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि - बीजेपी वाले भ्रष्टाचार को कानूनी रूप दे दिए हैं इनका कानूनी रूप देने का तरीका यह है कि तुम मुझे चंदा दो मैं तुम्हें धंधा दूंगा। जो लोग भाजपा को चंदा देते हैं उसका काम चलता है उसकी राजनीति भी चलती रहती है और जो लोग भाजपा को चंदा नहीं देता है उसकी दुकान नहीं चलती है। 


वहीं,कन्हैया कुमार ने इलेक्ट्रॉलर बॉन्ड को  एक्सटॉर्शन बॉन्ड बताते हुए कहा कि -यह एक्सटॉर्शन बॉन्ड है। यह सीधे-सीधे सरकार वसूली कर रही है कंपनियों से बिजनेस पर्सन से और मोदी जी जो कहते थे ना खाऊंगा ना खाने दूंगा यह उसका उल्टा है यह खा भी रहे हैं और खिला भी रहे हैं। इतना ही नहीं जो इनको फायदा दे रहा है वहीं यहां काम कर पा रहा है वरना सबकी दुकाने बंद हो रही है। 


आपको बताते चलें कि, चुनाव आयोग ने गुरुवार  को इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा अपनी वेबसाइट पर जारी किया। इसके मुताबिक भाजपा सबसे ज्यादा चंदा लेने वाली पार्टी है। 12 अप्रैल 2019 से 11 जनवरी 2024 तक पार्टी को सबसे ज्यादा 6,060 करोड़ रुपए मिले हैं। लिस्ट में दूसरे नंबर पर तृणमूल कांग्रेस (1,609 करोड़) और तीसरे पर कांग्रेस पार्टी (1,421 करोड़) है। हालांकि, किस कंपनी ने किस पार्टी को कितना चंदा दिया है, इसका लिस्ट में जिक्र नहीं किया गया है। हालांकि, इसको लेकर अमित शाह का कहना है कि हमारे पास सांसद की संख्या अधिक है तो चंदा अधिक है उसके पास तो महज 52 सांसद है तो फिर इतने रकम कैसे इसका जवाब देना चाहिए।