मोदी ने कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मन्त्र, बैठक कर नए वोटरों को बताएं जंगलराज और नीतीश राज का फर्क

मोदी ने कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मन्त्र,  बैठक कर नए वोटरों को बताएं जंगलराज और नीतीश राज का फर्क

PATNA : लोकसभा चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान हो चुका है। बिहार में कुल सात चरणों में लोकसभा के चुनाव होने हैं। इसको लेकर राष्ट्रीय और राजकीय दोनों पार्टियां अपने-अपने कार्यकर्ताओं के बीच संदेश देने में जुटी हुई है। ऐसे में अब देश की सबसे बड़ी पार्टी के सर्वमान्य नेता व पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकर्ताओं को एक बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि इस बार मतदान करने वाले युवाओं को नीतीश राज और जंगल राज के बीच का फर्क बतलाइए।

दरअसल, भाजपा नेता नरेंद्र मोदी ने बिहार में पार्टी के कार्यकर्ताओं से यह निवेदन किया है कि राज्य के लोगों को जंगल राज और नीतीश राज का फर्क बताएं। विशेष कर वैसे वोटर, जिनका जन्म उस समय नहीं हुआ होगा, जब बिहार में जंगलराज कायम था। मोदी ने कहा कि ऐसे वोटरों को बताएं कि जंगलराज में क्या-क्या होता था। किस तरह महिलाएं घरों से बाहर नहीं निकलती थी। इसके साथ ही आज से 15 साल पहले बिहार के क्या हालत थे और अब क्या हैं, इन तमाम बातों को बताएं।

पीएम मोदी ने भोजपुरी में लोगों का हाल-चाल पूछने के साथ ही कहा कि बिहार के लोगों ने एनडीए को मजबूत करने का मन बना लिया है। हर चुनाव में हमारा लक्ष्य हर बूथ को जीतना होता है। इसलिए 'मेरा बूथ-सबसे मजबूत' हम सभी का संकल्प है। इस बार भी अधिक से अधिक लोग मतदान केंद्रों तक पहुंचें, इस बात का ध्यान रखें और आपके बूथ पर पहले से अधिक वोटिंग हो, यह सुनिश्चित करें। 

उधर, पीएम ने कहा कि बिहार में 3:30 करोड लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं। हजारों करोड़ की सड़क परियोजनाएं चल रही हैं। पिछली बार से कम से कम 10 फ़ीसदी अधिक वोट प्राप्त हो, इसका प्रयास करें। ईवीएम में कितने नंबर पर एनडीए के कैंडिडेट का नाम और चुनाव चिन्ह है, यह वोटरों को बताएं। अगले तीन-चार दिनों में टिफिन बैठक करें और ऐसे वोटरों के साथ में खाना खाएं। इससे वोटरों में एक नई ऊर्जा का संचार होगा।