PATNA: लोकसभा चुनाव में कटिहार संसदीय सीट अपने खाते में लाने के लिए कांग्रेस को राजद से काफी जद्दोजहद करनी पड़ी थी. लालू और तेजस्वी कटिहार संसदीय सीट को कांग्रेस के लिए छोड़ने को तैयार नहीं थे. लेकिन कांग्रेस ने पूर्णिया जैसी कुछ सीटों की कुर्बानी देकर कटिहार सीट हासिल किया था. तब कहा जा रहा था कि कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता तारिक अनवर के लिए कटिहार की सीट ली है. लेकिन अब नयी चर्चा सामने आयी है.
राजद नेता ने कटवायी एनआर रसीद
कटिहार संसदीय सीट से नामांकन के लिए राजद के नेता और राज्यसभा सांसद ने एनआर रसीद कटवायी है. बता दें कि एनआर रसीद का मतलब होता है नामांकन के लिए लगने वाले पैसे को सरकारी खाते में जमा करा कर उसकी रसीद लेना. राजद से राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने कटिहार से चुनाव लड़ने के लिए एनआर रसीद कटवायी है. अशफाक करीम का राज्यसभा का कार्यकाल अगले महीने खत्म हो रहा है और राजद ने उन्हें फिर से राज्यसभा नहीं भेजा है
वैसे अशफाक करीम पहले से ही राजद से कटिहार संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव का टिकट मांग रहे थे. वे पिछले कई महीने से चुनाव की तैयारियों में लगे हुए थे. लेकिन आखिरी वक्त में ये सीट कांग्रेस के खाते में चली गयी. उसके बाद भी अशफाक करीम ने चुनाव लड़ने के लिए एनआर रसीद कटवायी है.
क्या तारिक अनवर का पत्ता साफ होगा?
अशफाक करीम के करीबी लोगों से बातचीत में पता चला कि वे लगातार कांग्रेस से संपर्क में हैं. कांग्रेस के कई नेताओं से उनकी बातचीत हुई है. इसके बाद ही उन्होंने कटिहार से चुनाव लड़ने के लिए एनआर रसीद कटवायी है. अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या कांग्रेस अपने दिग्गज नेता तारिक अनवर का टिकट काटने जा रही है.
बता दें कि तारिक अऩवर तीन दफे कटिहार सीट से सांसद रह चुके हैं. 2019 के लोकसभा में भी उन्होंने जेडीयू के प्रत्याशी दुलालचंद गोस्वामी को कड़ी टक्कर दी थी. 2019 की मोदी लहर के बावजूद तारिक अनवर सिर्फ 59 हजार वोट से चुनाव हारे थे. तारिक अऩवर का कद कांग्रेस में बड़ा है. वे डायरेक्ट गांधी परिवार के करीबी बताये जाते हैं. लेकिन अशफाक करीम औऱ उनके समर्थक दावा कर रहे हैं कि तारिक अनवर का पत्ता साफ हो सकता है. वैसे कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों का नाम तय नहीं किया है. देखना होगा कि क्या वाकई तारिक अनवर का पत्ता साफ होने जा रहा है.