PATNA : कोरोना वायरस के कारण दुनिया में तबाही मची हुई है. भारत में काफी तेजी से मामले सामने आ रहे हैं. बिहार में भी पिछले 2 दिन में 8 नए मामले सामने आये हैं. जिसके कारण बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या 74 पहुंच गई है. बिहार के बाहर अभी भी लाखों की संख्या में बिहारी मजदूर फंसे हैं. डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने इस बात की जानकारी दी है कि दूसरे प्रदेशों में 6.67 लाख बिहारी फंसे हुए हैं.
बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने इस बात की जानकारी दी कि दूसरे प्रदेशों में 6.67 लाख बिहारी फंसे हुए हैं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि 60 हजार मजदूर फोन कर मदद मांग रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की है कि जहां हैं, लोग वहीं रूके रहें. सरकार उनकी मदद की कोशिश में जुटी हुई है. सुशील कुमार मोदी ने दूसरे राज्यों में रूके बिहारियों से अपील की है कि वे जहां है, सारी कठिनाइयों के बावजूद वहीं धैर्य के साथ रूके रहें. बिहार में रह रहे उनके परिवार वालों से भी अपील की है कि वे अपने परिजनों को मोबाइल से सम्पर्क कर लाॅकडाउन के दौरान घर आने की जगह जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहने के लिए मानसिक तौर पर प्रेरित करें.
डिप्टी सीएम ने यह भी बताया कि बिहार के 6.67 लाख लोग अंडमान, सिक्किम से लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र,गुजरात तक में फंसे हुए हैं. बिहारियों के खाते में आपदा राहत कोष से 1-1 हजार रुपये भेजा जा चुका है. सर्वाधिक दिल्ली में 1.30 लाख, हरियाणा में 95,999, महाराष्ट्र में 72,243, गुजरात 61,944, पंजाब, 37,771, राजस्थान 26,849, तमिलनाडु 26,312, पश्चिम बंगाल 25,181 व अंडमान निकोबार में 265 प्रवासी बिहारियों के खाते में राशि भेजी गयी है. प्राप्त कुल आवेदन 13.26 लाख में से शेष बचे 6.59 लाख बिहारी प्रवासियों को भी शीघ्र राशि भेजी जा रही है.
इसके अलावा 60 हजार से ज्यादा लोगों ने फोन कर बिहार सरकार से मदद मांगी हैं, ऐसे सभी लोगों से दुबारा सम्पर्क कर उन्हें एसएमएस भेज कर उनके बिहार स्थित बैंक खाता और आधार संख्या मांगी जा रही है. अन्य किसी को भी मदद की जरूरत है तो वे लिंक डाउनलोड कर आवेदन करें, बिहार सरकार यथासंभव मदद के लिए तत्पर है.