Gaya Ayodhya Rapid Train: बिहार को नई सौगात! गयाजी से अयोध्या के बीच दौड़ेगी नमो भारत रैपिड ट्रेन, मिलेगी किफायती यात्रा की सुविधा Miss World 2025: हैदराबाद में ओपाल सुचाता चुआंगश्री बनीं मिस वर्ल्ड विजेता, भारत की नंदिनी गुप्ता का टूटा सपना Bihar news : अब सिर्फ मेडल जीतिए और पाइए सरकारी नौकरी — सीधा सब-इंस्पेक्टर (SI), SDO या DSP बनने का मौका ! Bihar Teachers News: शिक्षकों के लिए गुड न्यूज! एस. सिद्धार्थ स्थानांतरित शिक्षकों को दी बड़ी राहत, जानें... पूरी डिटेल LPG cylinder price : 1 जून से नए LPG रेट लागू, जानें आपके शहर में अब कितने का मिलेगा सिलेंडर Patna Metro: पटना मेट्रो को लेकर बड़ी खुशखबरी! प्राथमिक कॉरिडोर का उद्घाटन तय, जानें...कब शुरू होगी सेवा Bihar Weather: गर्मी से राहत नहीं, बारिश के बावजूद बिहार में उमस ने बढ़ाई परेशानी रणवीर सेना सुप्रीमो 'ब्रह्मेश्वर मुखिया' हत्याकांड...आज ही के दिन हुए हाई प्रोफाइल मर्डर के बाद जल उठा था बिहार, समर्थकों ने उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का लिया संकल्प मुजफ्फरपुर SSP ने की 23 पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई, 6 को किया सस्पेंड 17 का वेतन रोका युवा चेतना सुप्रीमो रोहित कुमार सिंह का बक्सर दौरा: गरीबों के बीच किया पंखा का वितरण, लालू परिवार पर साधा निशाना
1st Bihar Published by: Updated Tue, 15 Nov 2022 02:46:23 PM IST
- फ़ोटो
RANCHI: बिरसा मुंडा की जयंती और झारखंड के स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता और पत्नी के साथ शामिल हुए। आम तौर पर राज्य के सरकारी और सार्वजनिक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम अध्यक्ष शिबू सोरेन शामिल होते रहे है लेकिन इस बार हेमंत सोरेन के साथ मंच पर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी बैठी नजर आईं।
सीएम हेमंत पत्नी कल्पना सोरेन को इस तरह से मंच की पहली पंक्ति में बैठाकर कुछ राजनीतिक संकेत दे रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना को राजनीतिक रूप से सक्रिय करने की कोशिश कर रहे हैं। माना जा रहा है कि अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी पर किसी तरह का संकट आया तो वो अपनी कुर्सी पत्नी को सौंप सकते हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का मामला चल रहा है। ईडी ने उन्हे पूछताछ के लिए 17 नवंबर को समन भेजा हुआ है, हालांकि मुख्यमंत्री की ओर से पूछताछ के लिए 16 नवंबर का समय मांगा गया जिसे ईडी ने खारिज कर दिया है। राज्यपाल के पास भी चुनाव आयोग की रिपोर्ट करीब 3 माह से सिलबंद किया हुआ है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि झारखंड में हेमंत सोरेन की कुर्सी का जाना तय है इसलिए मंगलवार को हुए झारखंड दिवस के कार्यक्रम में राज्यपाल रमेश बैस शामिल नहीं हुए। हालांकि राज्यपाल राष्ट्रपति के कार्यक्रम में खूंटी बिरसा मुंडा के परिवार वालों से मिलने गए थे।